हरियाणा में सैनी सरकार ने ध्वनि मत से हासिल किया बहुमत, मनोहर लाल खट्टर ने करनाल सीट से दिया इस्तीफा"/> हरियाणा में सैनी सरकार ने ध्वनि मत से हासिल किया बहुमत, मनोहर लाल खट्टर ने करनाल सीट से दिया इस्तीफा"/>

हरियाणा में सैनी सरकार ने ध्वनि मत से हासिल किया बहुमत, मनोहर लाल खट्टर ने करनाल सीट से दिया इस्तीफा

HIGHLIGHTS

  1. हरियाणा में एक दिन पहले टूट गया था भाजपा-जेजेपी गठबंधन
  2. मनोहर लाल खट्टर ने दियाथा इस्तीफा
  3. लोकसभा चुनाव में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

एजेंसी, चंडीगढ़ (Haryana Trust Vote)। हरियाणा में अचानक उठे सियासी भूचाल में बुधवार का दिन अहम रहा। हरियाणा में विधानसभा का एक दिन का सत्र बुलाया गया, जहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ध्वनि मत से बहुमत हासिल कर लिया। पहले विश्वास मत पेश किया गया, फिर बहस हुई।

जेजेपी के 10 विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया, जिसके बाद सदन में बहुमत हासिल करने के लिए कुल 40 विधायकों की दरकार थी। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधानसभा में प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इनकी जानकारी दी।

इससे पहले विधानसभा का गणित देखते हुए इस बात की आशंका नहीं थी कि भाजपा को बहुमत साबित करने में कोई परेशानी होगी। यहां पढ़िए हरियाणा की राजनीति से जुड़ा हर अपडेट

Haryana Politics Assembly Trust Vote LIVE Updates

 

इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। इसके बाद सदन में मौजूद जजपा के चारों विधायको के साथ ही निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी सदन से बाहर चले गए।

जेपेपी के चार विधायक व्हिप का उल्लंघन कर सदन में पहुंचे हैं। इससे माना जा रहा है कि पार्ट में फूट पड़ गई है। जजपा विधायक ईश्वर सिंह और रामकुमार गौतम भी सदन में पहुंचे। जजपा के कुल 10 विधायकों में से चार विधायक सदन में मौजूद है।

फ्लोर टेस्ट से पहले जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपने विधायकों को व्हिप जारी कर सदन की कार्यवाही से गैरहाजिर रहने को कहा है। विधानसभा में जेजेपी के 10 विधायक हैं, जिनके समर्थन से अब तक हरियाणा में सरकार चल रही थी।

naidunia_image

फ्लोर टेस्ट से पहले खट्टर सरकार में मंंत्री रहे अनिल विज मीडिया के सामने आए और कहा कि उन्होंने हर स्थिति में पार्टी का साथ दिया है और इस बार भी वे ऐसा ही करेंगे। इससे पहले सैनी को सीएम बनाए जाने पर अनिल विज नाराज बताए जा रहे थे। देखिए वीडियो

विधानसभा के विशेष सत्र में आज ही नये स्पीकर का चुनाव भी किया जा सकता है। बहुमत के लिए भाजपा को 90 सदस्यीय विधानसभा में 46 विधायकों की जरूरत है।

भाजपा के पास स्वयं के 41, 7 निर्दलीय विधायकों में से 6 और एक हलोपा विधायक गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है। इसके अलावा जजपा (जननायक जनता पार्टी) के पांच विधायकों के भी टूटकर भाजपा के पाले में आने की पूरी संभावना है।

जजपा के पांच विधायक हुए बागी, भाजपा को होगा फायदा

हरियाणा में सत्ता परिवर्तन के साथ ही भाजपा की सहयोगी जजपा (JJP) में फूट पड़ गई है। मनोहर लाल द्वारा सीएम के पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद नई दिल्ली में मौजूद निवर्तमान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया, लेकिन वहां सिर्फ पांच विधायक ही पहुंचे और पांच विधायकों के भाजपा के साथ रहने की संभावना है।

naidunia_image

पंचायत एवं विकास मंत्री रह चुके देवेंद्र बबली, गुहला विधायक ईश्वर सिह, बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग और नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा राजभवन पहुंचे हुए थे। वहीं, नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम भी सार्वजनिक तौर पर सरकार को समर्थन देने का एलान कर चुके हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button