काम की खबर: बैंक फ्रॉड होने पर न हों परेशान, इन उपायों से मिल जाएगी रकम वापस, एक्सपर्ट से जानिए टिप्स"/> काम की खबर: बैंक फ्रॉड होने पर न हों परेशान, इन उपायों से मिल जाएगी रकम वापस, एक्सपर्ट से जानिए टिप्स"/>

काम की खबर: बैंक फ्रॉड होने पर न हों परेशान, इन उपायों से मिल जाएगी रकम वापस, एक्सपर्ट से जानिए टिप्स

नई दिल्ली। ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन शॉपिंग ने वाकई में जिंदगी तो बहुत आसान कर दी है, लेकिन ऑनलाइन फ्रॉड के खतरे भी बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। एक्सपर्ट्स से जानिए कि ठग आपके साथ किस-किस तरह से साइबर ठगी कर सकते हैं। इनसे कैसे बच सकते है।

इस तरह से होता है साइबर फ्रॉड

दिल्ली के सरोजनी नगर स्थित पीएनबी बैंक की मैनेजर कल्पना सिंह ने बताया कि ऑनलाइन फ्रॉड ज्यादातर तीन तरीकों से होते हैं। पहला यूपीआई, दूसरा एटीएम कार्ड क्लोनिंग और तीसरा मेल फिशिंग है।

यूपीआई फ्रॉड

कल्पना सिंह ने बताया कि दो दिन पहले की बात है कि मेरे एक कस्टम एक कॉल आया। डिलीवरी बॉय बनकर ठग ने कहा कि आपका मुझे एड्रेस की मुझे जानकारी नहीं है। आप ऐसा करें मुझे एक रुपया ट्रांसफर कर दें। ऐसा करने मुझे आपकी लोकेशन मिल जाएगी। कस्टम ने एक रुपया ट्रांसफर कर दिया। वह देखता है कि उसके अंकाउंड से 95 हजार रुपए निकल गए।

एटीएम कार्ड क्लोनिंग

एटीएम कार्ड क्लोनिंग सबसे ठगी का सबसे खतरनाक हथियार है। ठग स्वाइप मशीन या एटीएम मशीन में स्कीमर लगा देते हैं। आप रुपए निकालने के लिए कार्ड स्वाइप करते हैं या एटीएम में कार्ड डालते हैं, वैसे ही स्कीमर के जरिए आपकी सारी जानकारी मशीन में कॉपी होने लगती है। उसके बाद साइबर ठग बहुत ही आसानी से उस डिटेल को कंप्यूटर के जरिए खाली कार्ड में डाल देता है। उसके बाद तैयार हो जाता है एक क्लोन कार्ड।

ईमेल स्‍कैम/ फिशिंग

आपके मेल पर बैंक से मिलता जुलता एक मेल आएगा। इसमें वह आपको ऑफर या किसी भी तरह का लालच देंगे। उस मेल में सब बैंक के मिल की तरह ही होगा, लेकिन बस वेबसाइट में ही थोड़ा अंतर होगा। अब आप मेल पर दिए लिंक पर क्लिक करेंगे तो अकाउंट से पैसे कटने शुरू हो जाएंगे।

बैंक फ्रॉड होने पर क्या करें?

साइबर लॉ एक्सपर्ट पवन दुग्गल और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार द्विवेदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने बढ़ते साइबर क्राइम को ध्यान में रखते हुए साल 2022 में साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी कर दिया था।

आपके साथ अगर किसी भी तरह का साइबर फ्रॉड होता है तो आप इस नंबर तुरंत शिकायत कर सकते हैं। आपके साथ फ्रॉड होता है और एक घंटे के भीतर 1930 पर कॉल कर देते हैं, तो आपके गए रुपए वापस मिल सकते हैं।

क्‍या-क्‍या जानकारी बतानी होगी?

आपको इस दौरान अपने बैंक का नाम, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, ट्रांजैक्शन आईडी, खाता संख्या, वॉलेट आईडी/यूपीआई आईडी जिससे रुपए निकाले गए हैं। इन सबकी जानकारी 1930 पर देनी होगी।

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि 1930 पर बात करने वाले अधिकारी आपसे एटीएम पिन या ओटीपी नहीं पूछेंगे। इस दौरान कोई भी आपसे इसकी जानकारी ले तो तुरंत मना कर दें।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button