Amrish Puri Death Anniversary: ‘मोगैंबो’ के लिए पहली पसंद नहीं थे अमरीश पुरी, आधी शूटिंग के बाद ऐसे हुई थी एक्टर की एंट्री"/>

Amrish Puri Death Anniversary: ‘मोगैंबो’ के लिए पहली पसंद नहीं थे अमरीश पुरी, आधी शूटिंग के बाद ऐसे हुई थी एक्टर की एंट्री

अमरीश पुरी का जन्म 22 जून 1932 को पंजाब में हुआ था। वे साल 1967 से लेकर साल 2005 तक फिल्मी दुनिया में एक्टिव थे।

HIGHLIGHTS

  1. अमरीश पुरी ने अपने पूरे करियर में 450 से ज्यादा फिल्में की हैं।
  2. सबसे पहले स्क्रीन टेस्ट में अमरीश फेल हो गए थे।
  3. उनकी आवाज और एक्टिंग ने विलेन के किरदार में काफी प्रसिद्धि पाई है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Amrish Puri Death Anniversary: बॉलीवुड के सबसे फेमस विलेन अमरीश पुरी ने लोगों के दिलों में एक अलग ही जगह बनाई है। जितना एक हीरो के रोल से एक्टर फेमस नहीं होता, उससे भी ज्यादा अमरीश पुरी विलेन के रोल में फेमस हुए हैं। उन्होंने अपने शानदार अभिनय से फिल्मी जगत में धमाल मचा दिया था। अमरीश पुरी ने अपने फिल्मी करियर में कई पॉजिटिव रोल भी निभाए, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा फेम विलेन के रोल से ही मिली। 12 जनवरी को अमरीश पुरी की डेथ एनिवर्सरी है। साल 2005 में इसी दिन उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। आज हम उनके सबसे फेमस किरदार मोगैंबो के बारे में बात करने जा रहे हैं।

 

naidunia_image

 

 

विलेन के रोल से मिली प्रसिद्धि

अमरीश पुरी का जन्म 22 जून 1932 को पंजाब में हुआ था। वे साल 1967 से लेकर साल 2005 तक फिल्मी दुनिया में एक्टिव थे। उन्होंने अपने पूरे करियर में 450 से ज्यादा फिल्में की हैं। अपने सबसे पहले स्क्रीन टेस्ट में अमरीश फेल हो गए थे। 70 के दशक में उन्हें सपोर्टिव रोल करने का मौका मिला।

 

naidunia_image

 
 

इसके बाद 1982 में सुभाष घई की फिल्म ‘विधाता’ से उन्होंने विलेन के रोल में डेब्यू किया। उनकी आवाज और एक्टिंग ने विलेन के किरदार में काफी प्रसिद्धि पाई है। अमरीश पुरी के फिल्म में होने के कारण लोगों की दिलचस्पी फिल्म को लेकर काफी बढ़ जाती थी।

naidunia_image

खूब फेमस हुआ मोगैंबो का डायलॉग

 

अमरीश पुरी सबसे ज्यादा फेमस ‘मोगैंबो’ के किरदार से हुए थे। साल 1987 में इस रोल के साथ वे चर्चा का विषय बन गए थे। ‘मिस्टर इंडिया’ फिल्म का किरदार ‘मोगैंबो’ के लिए पहली पसंद अमरीश पुरी नहीं थे। इसके लिए अनुपम खेर को पहले चुना गया था।

 

naidunia_image

इतना ही नहीं, फिल्म की आधी शूटिंग भी पुरी हो चुकी थी। लेकिन बाद में शेखर कपूर को यह अहसास हुआ कि वे विलेन को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। इसके बाद अमरीश पुरी से कांटेक्ट किया गया। उन पर मोगैंबो का किरदार काफी जच रहा था। ऐसे में शेखर ने उन्हें फिल्म ऑफर की और उनका डायलॉग मोगैंबो खुश हुआ जमकर फेमस हुआ।

 

naidunia_image

 

बायोपिक में भी शेयर किया किस्सा

 

दरअसल, अमरीश पुरी ने अपनी बायोपिक ‘द एक्ट ऑफ लाइफ’ में इस किस्से के बारे में बताया था। उनका कहना था कि वे शेखर के इस फैसले से काफी हैरान हैं। जब फिल्म की आधे से ज्यादा शूटिंग पूरी हो चुकी थी, तो फिर शेखर उन्हें क्यों संपर्क करेंगे।

 

naidunia_image

यहां तक कि बोनी कपूर ने भी अपने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि शेखर ने जिस तरह से विलेन का किरदार बनाया था, उसके लिए अमरीश पुरी ही परफेक्ट थे। यही कारण था कि फिल्म की आधी शूटिंग हो जाने के बावजूद विलेन के रोल के लिए अमरीश को अप्रोच किया गया।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button