Oxidative Stress: बहुत खतरनाक है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की बीमारी, इन उपायों को अपनाकर से बचें
आज के दौर की थकान भरी जिंदगी में स्ट्रेस और टेंशन बहुत ही आम समस्या है। लोग इसको सामान्य रूम में ही लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बारे में सुना है?
हेल्थ डेस्क, नई दिल्ली। आज के दौर की थकान भरी जिंदगी में स्ट्रेस और टेंशन बहुत ही आम समस्या है। लोग इसको सामान्य रूम में ही लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बारे में सुना है? यह स्ट्रेस आम स्ट्रेस से अलग है। इस पर आपने अगर ध्यान नहीं दिया तो आप समय से पहले ही बूढ़े और कमजोर हो जाएंगे। आइए एक्सपर्ट डॉ.अनुराग शाही, एमबीबीएस से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बारे में समझते हैं।
क्या होता है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस?
हमारे शरीर में जब मुक्त कणों और एंटीऑक्सीडेंट के बीच समन्वय नहीं रहता है तो इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस हो जाता है। इसके होने के बाद आपकी कोशिका और ऊतकों को नुकसान होने लगता है। ऐसे में यह त्वचा के बाहरी हिस्सों पर दिखने लगता है। आपको अगर लंबे समय तक यह बीमारी है तो क्रोनिक कंडीशन जैसे कैंसर, डायबिटीज और दिल की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि मुक्त कण हमारे शरीर में तब होती है, जब शरीर की कोशिकाएं मेटाबॉलिज्म का प्रोसेसे कर रही होती हैं। इस दौरान यह एंटीऑक्सीडेंट को बनाती हैं। हमारा शरीर इस तरह बना हुआ है कि वह मुक्त कणों और एंटीऑक्सीडेंट के बीच संतुलित स्थापित कर ही लेता है, लेकिन फिर अगर यह नहीं हो पाता है तो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस नाम की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं। इस बीमारी के होने का कारण खराब खानपान, खराब दिनचर्या और पॉल्यूशन हो सकता है।
-
- कैसे रोके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस
-
- आप दिन भर हेल्दी खाना खाएं।
-
- फल व सब्जियों का ही सेवन किया जाए।
-
- एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल करें।
-
- स्मोकिंग बिल्कुल भी न करें।