Winter Health Tips: सर्दी में दिल का रखें ख्याल, गुनगुनी धूप में ही निकलें बुजुर्ग, बढ़े 10 फीसद मरीज
HIGHLIGHTS
- सर्दी के कारण दिल को ज्यादा आक्सीजन की दरकार रहती है।
- बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवाओं तक को सावधान रहने की जरूरत है।
- महीने में कम से कम एक बार अपना बीपी जरूर चेक कराना चाहिए।
Winter Health Tips: नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सर्दियों में दिल के मामले में सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर बुजुर्गों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। ठंड शुरू होने के साथ हृदय की बीमारी लोगों को परेशान करनी लगी है। रोगियों की संख्या में 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। ज्यारोग्य अस्पताल के कार्डियोलाजी विभाग की ओपीडी में रोजाना 40 दिल के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
चिकित्सक के अनुसार इसका मुख्य कारण सर्दी में धमनियां सिकुड़ जाना और खून का प्रवाह कम हो जाना प्रमुख कारण है। दिनचर्या में बदलाव कर हार्टअटैक के खतरे से बचा जा सकता है। डाक्टरों के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले सुबह के समय ज्यादा सामने आते हैं। सर्दी के कारण दिल को ज्यादा आक्सीजन की दरकार रहती है। शरीर में गर्मी बनाए रखने के लिए दिल को ज्यादा काम करना पड़ता है, जो लोग सर्दी को गंभीरता से नहीं लेते, वे ही लोग हार्ट अटैक को न्यौता देते हैं।
30 की उम्र के बाद महीने में कम से कम एक बार बीपी जरूर चेक कराएं
जिन लोगों को पहले से शुगर और ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रोल संबंधी बीमारियां होती हैं। वे सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक या हार्ट स्ट्रोक के हाई रिस्क पर होते हैं। इन लोगों को ठंड के मौसम में हार्ट अटैक आने का खतरा सबसे अधिक होता है।
हाइपरटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रोल ये ऐसी समस्याएं हैं जिनकी जांच किए बिना प्राइमरी स्टेज पर इनके बारे में कुछ पता नहीं चल पाता है। इसलिए वर्तमान की लाइफस्टाइल के हिसाब से 30 के बाद हर किसी को महीने में कम से कम एक बार अपना बीपी जरूर चेक कराना चाहिए।
ऐसे रखें ध्यान
– सर्दी में जल्दी न उठे।
– बिस्तर से उठते समय अचानक खड़े न हो और शरीर सामान्य स्थिति में आने का इंतजार करें।
– सुबह के समय अत्यधिक व्यायाम न करें, केवल हल्का व्यायाम ही करें।
– खानपान पर विशेष ध्यान दें, कोलोस्ट्राल, धूम्रपान व शराब पीने से बचें।
– जिन बुजुर्गों को स्ट्राक आ चुका हैं, वे तो विशेष ध्यान रखें।
-डाक्टर के संपर्क में रहे और दी हुई दवाइयां समय पर लें।
कोरोना ग्रसित व रिकवर मरीज भी ध्यान रखें
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को भी हार्ट अटैक का खतरा रहता है। वहीं कोरोना से रिकवर मरीजों को हार्ट का विशेष ध्यान रखना होगा, क्योंकि इन मरीजों के हार्ट पर भी कोरोना संक्रमण के दौरानगहरा असर हो सकता है। संक्रमण से श्वांस लेने में दिक्कत, फेफड़ों में खराबी के कारण हार्ट क्षमता पर भी असर पड़ा है। समय-समय पर डाक्टर से चेकअप कराएं।
शहरवासियों को ठंड में विशेष ध्यान रखना होगा। अपने दिमाग को तनाव से दूर रखें। इस मौसम में गर्म कपड़े पहने रखें। हल्की धूप में योगा व एक्सरसाइज करें। जल्दी सुबह की सैर से बचें। गरिष्ठ भोजन, मिर्च मसाला व चिकनाई आदि खाने से बचे। ग्रीन वेजिटेबल व अकुंरित भोजन का सेवन करें। – डा. राम रावत, हृदय रोग विशेषज्ञ, कार्डियोलाजी विभाग, जेएएच।