Roti For Diabetes: डायबिटीज मरीज रोज खाएं ये रोटियां, शुगर कंट्रोल में रखते हैं रागी, चना और जौ"/> Roti For Diabetes: डायबिटीज मरीज रोज खाएं ये रोटियां, शुगर कंट्रोल में रखते हैं रागी, चना और जौ"/>

Roti For Diabetes: डायबिटीज मरीज रोज खाएं ये रोटियां, शुगर कंट्रोल में रखते हैं रागी, चना और जौ

Roti For Diabetes चने का आटा घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

HIGHLIGHTS

  1. रागी फाइबर से भरपूर होती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए एक शानदार विकल्प है।
  2. इसके सेवन से पेट दिनभर भरा हुआ महसूस होता है और यह वजन को भी कंट्रोल करते रखती है।
  3. रागी पाचन में भी आसान होता है। यह शरीर में शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाती है।

हेल्थ डेस्क, इंदौर। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल अधिकांश लोग डायबिटीज जैसी बीमारी से ग्रसित हैं। ऐसे में आप अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव कर अपना शुगर लेवल कंट्रोल कर सकते हैं। मधुमेह रोगियों को आमतौर पर ज्यादा फाइबर और प्रोटीन डायट लेने की सलाह दी जाती है। डॉ. धर्मेंद्र झवर के मुताबिक, मधुमेह के रोगियों को रोज अपनी डायट में इन अनाजों से बनी रोटी को शामिल करना चाहिए, जिससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।

 

फाइबर से भरपूर ​रागी आटा

 

रागी फाइबर से भरपूर होती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए एक शानदार विकल्प है। इसके सेवन से पेट दिनभर भरा हुआ महसूस होता है और यह वजन को भी कंट्रोल करते रखती है। रागी पाचन में भी आसान होता है। यह शरीर में शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाती है।

 

​जौ की रोटी भी फायदेमंद

 

जौ का आटा आंत के लिए फायदेमंद होता है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। जौ की रोटी सूजन को भी कम करने में मददगार होती है। इसमें फाइबर अधिक होने के कारण पेट भरा हुआ महसूस होता है।

 

आसानी से पचता है चना

चने का आटा घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यदि आपके शरीर में ट्रायग्लिसराईड लेवल ज्यादा होता है तो रोज एक चने से तैयार रोटी का सेवन जरूर करना चाहिए। यह शरीर में डायटीबीज लेवल को कंट्रोल में रखती है।

राजगिरे के आटे की रोटी

राजगिरा को कई स्थानों पर अमरंथ भी कहा जाता है। यह फाइबर से भरपूर होता है। राजगिरा का आटा डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण औषधि के समान काम करता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट काफी कम होता है और यह पाचन में भी आसान होता है। इसके आटे से बनी रोटियों के अलावा दलिया और लड्डू भी सेवन कर सकते हैं।

 

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