TMC MP महुआ मोइत्रा पर लगा रुपये लेकर सदन में सवाल पूछने का आरोप, BJP MP ने तथ्यों के साथ लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत
बंगाल में भ्रष्टाचार से जूझ रही तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा पर रुपये लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगा है। रविवार को भाजपा सांसद निशकांत ने दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर यह आरोप लगाया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बंगाल में भ्रष्टाचार से जूझ रही तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा पर रुपये लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगा है। रविवार को भाजपा सांसद निशकांत ने दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर यह आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि अब तक सदन में महुआ मित्रा ने 61 सवाल पूछे हैं, जिनमें 50 सवाल उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से जुड़े हुए थे।
महुआ मित्रा पर रुपये लेकर सदन में सवाल पूछने का आरोप गंभीर भ्रष्टाचार से जुड़ा है। यह सदन की गरिमा गिराने और विशेषाधिकारों के हनन से जुड़ा हुआ है। 2005 में भी कुछ सांसद सदस्यों पर इस तरह के आरोप लगे थे और कई की सदस्यता भी चली गई थी। वे नेता फिर कभी लौटकर संसद नहीं पहुंचे। महुआ मित्रा ने बीते कुछ सालों में संसद में सरकार पर आक्रामक अटैक कर फायरब्रांड नेता की छवि बना ली है।
ओम बिरला से की जांच बिठाने की मांग
निशिकांत ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पत्र लिखकर बताया कि दिल्ली के अधिवक्ता जय अनंत देहाद्रई ने महुआ मित्रा पर पूरी जांच की है। उन्होंने लोकसभा में महुआ के पूछे गए सवालों को अटैच किया है। उन्होंने महुआ के पूछे गए सवालों को जांचा है, उसके बाद तय किया है कि कैसे उनके सवाल एक ही उद्योगपति से जुड़े थे। इन सवालों का सबसे रोचक पहलू यह है कि कुछ सवालों के जरिए अदाणी समूह को टारगेट किया है और उद्योगपति मित्र हीरानंदानी की कंपनी अदाणी समूह के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है। निशिकांत ने ओम बिरला से जांच कमेटी बिठाने और कार्रवाई करने की मांग की है।
अधिवक्ता ने 38 पेज की तैयार की जांच
उन्होंने कहा कि महुआ का रुपये लेकर सवाल पूछना संसद की अवमानना और विशेषाधिकार हनन है और दंड संहिता के 120ए के तहत अपराध भी है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता अनंत ने 38 पेज की पूरी जांच की है। उन्होंने जांच में बताया है कि कैसे महुआ के सवाल उद्योगपति हीरानंदानी को फायदा पहुंचाते थे। यह सवाल हीरानंदानी के होते थे। संसद में महुआ मंत्री से हिरानंदानी के सवाल पूछने का काम करती थीं।