Astro Tips: सूरज डूबने के बाद कभी न करें ये 5 काम, घर में आती है दरिद्रता"/>

Astro Tips: सूरज डूबने के बाद कभी न करें ये 5 काम, घर में आती है दरिद्रता

सूर्यास्त के समय और सूर्यास्त के बाद कभी बाल या नाखून नहीं कटवाना चाहिए। यह कार्य क्षौर कार्य के अंतर्गत आता है।

HIGHLIGHTS

  1. भारतीय ज्योतिष परंपरा के मुताबिक, सूर्यास्त के बाद इन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
  2. भारतीय चिंतन परंपरा में दान का विशेष महत्व बताया गया है। दान को लेकर भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  3. सूर्यास्त होने के बाद कभी भी खट्टी चीजों का दान नहीं करना चाहिए।

Astro Tips। हिंदू धार्मिक मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तो उसका पुण्य उसे जरूर मिलता है। वहीं बुरे कर्मों की सजा भी उसे भुगतना ही पड़ती है। इसके अलावा नित्य दैनिक जीवन में भी कुछ बातों की सावधानी जरूर रखना चाहिए। भारतीय ज्योतिष परंपरा के मुताबिक, सूर्यास्त के बाद इन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

सूर्यास्त के बाद न करें खट्टी चीजों का दान

भारतीय चिंतन परंपरा में दान का विशेष महत्व बताया गया है। दान को लेकर भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सूर्यास्त होने के बाद कभी भी खट्टी चीजों का दान नहीं करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद खट्टे पदार्थ जैसे दही, अचार और नमक का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

सूर्यास्त ने बाद न काटे नाखून

सूर्यास्त के समय और सूर्यास्त के बाद कभी बाल या नाखून नहीं कटवाना चाहिए। यह कार्य क्षौर कार्य के अंतर्गत आता है। सूर्यास्त के बाद दाढ़ी भी नहीं बनाना चाहिए। इससे जीवन में नकारात्मकता आती है।

सूर्यास्त के बाद कभी न सोएं

शाम को दीपक जलाते समय सोना अशुभ होता है। अक्सर हम बुजुर्गों से भी यह कहते हुए सुनते हैं कि शाम को सोना अच्छा नहीं होता है। दरअसल शाम के वक्त देवी लक्ष्मी का आगमन होता है और उस समय यदि कोई सोता है तो देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

पेड़ों को छूना

सूर्यास्त के बाद पेड़ों को भी नहीं छूना चाहिए। शाम को पेड़, फूल, पत्तियों आदि को छूने भी अशुभ होता है। ऐसा करने से नकारात्मकता आती है।

घर की साफ-सफाई

सूर्यास्त के बाद घर में साफ-सफाई नहीं करना चाहिए। शाम के समय घर में झाड़ू लगाना शुभ नहीं होता है। इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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