Nipah Virus Alert: केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से हुई दो मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने की पुष्टि
Nipah Virus Alert: केरल में दो लोगों की मौत के बाद जांच के लिए पुणे भेजे गए थे सैंपल, जांच में निपाह वायरस मिला।
HIGHLIGHTS
- दोनों में निपाह वायरस के लक्षण देखे गए थे।
- जांच के लिए केरल से पुणे भेजे गए थे सैंपल।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कर दी पुष्टि।
Nipah Virus Alert: नई दिल्ली। केरल के कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत निपाह वायरल से हुई है। इसकी पुष्टि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कर दी है। दोनों में निपाह वायरस के लक्षण देखे गए थे और जांच के लिए इनके सैंपल पुणे लैंब भेजे गए थे। जांच में इनकी मौत निपाह वायरस से होने की बात सामने आई है।
यह है निपाह वायरस
निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है, इसे यूनोटिक वायरस भी कहते हैं। चमगादड़, बिल्ली, कु्त्ते, घोड़े, बकरी और सूअर से इंसानों में इसके फैलने की आशंका बनी रहती है। यह वायरस सबसे ज्यादा फ्रूट बेट्स में पाया जाता है। संक्रमित जानवर की लार, पेशाब, मल और खून के संपर्क में आने से यह इंसानों में फैलता है।
इन देशों में निपाह का प्रकोप सबसे ज्यादा
अब एक निपाह के सबसे ज्यादा मामले एशियाई देशों से ही सामने आए हैं। इनमें भारत के साथ थाईलैंड, फिलीपींस, कंबोडिया, सिंगापुर, मलेशिया और बांग्लादेश शामिल हैं। 1999 में पहली बार इस वायरस की खोज हुई थी, जब सिंगापुर और मलेशिया में इससे 100 लोगों की जान चली गई थी।
यह हैं निपाह वायरस के लक्षण
निपाह वायरस 4 से लेकर 14 दिन में मनुष्य के शरीर पर अपना असर दिखाने लगता है। इसमें सांस लेने में तकलीफ, खांसी और बुखार के साथ सिरदर्द जैसी परेशानी होती है। इसके बाद यह दिमाग तक फैल जाता है जिससे मौत का खतरा होता है। इसके साथ मरीज के बेहोश होने, बोलने में परेशानी और दौरे पड़ना भी इसका लक्षण माना गया है।
निपाह वायरस का यह है इलाज
निपाह वायरस के मरीजों को बार-बार पानी पिलाया जाता है। इसके साथ ही डाक्टरी सलाह पर इबुप्रोफेन और एसिटामिनोफेन दवा दी जाती है। सांस लेने में आ रही कठिनाई के इलाज के लिए इन्हेलर या नेब्युलाइजर का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही एंटीसीजर दवाएं भी मरीजों को दी जाती है।