One Nation One Election: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर बोले- गांधी परिवार ने अधीर रंजन चौधरी को हटने के लिए कहा होगा
One Nation One Election: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस की देश को समृद्ध बनाने में कोई रुचि नहीं है। एक देश एक चुनाव से बार-बार चुनाव का खर्चा बचेगा।
- इस साल देश मे पांच राज्यों में होना है विधानसभा चुनाव।
- 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव।
- एक साथ चुनाव कराने से हजारों करोड़ रुपये का खर्च बचेगा।
One Nation One Election: नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्रालय ने एक देश एक चुनाव के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता में एक समिति के गठन का नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम भी था, लेकिन इसके जारी होने की कुछ समय बाद ही अधीर रंजन चौधरी ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया। इस पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर गांधी परिवार ने उनके नेता अधीर रंजन चौधरी को इस समिति में हटने के लिए कहा हो।
केंद्रीय मंत्री ने एक देश एक चुनाव को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कि यह एक अच्छा विचार है, लेकिन कांग्रेस और उसके जैसे राजनीतिक दलों को यह ठीक नहीं लग रहा, क्योंकि देश को समृद्ध बनाने में उनकी कोई रुचि नहीं है। उन्होंने कहा कि अब देश में एक साथ ही चुनाव कराने का समय आ गया है। ऐसा करने से हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी। देश में यह लागू हो जाता है तो लोकसभा के साथ विधानसभा के चुनाव भी एक साथ एक ही समय पर होंगे, इससे बड़ी राहत मिलेगी।
कांग्रेस नेता विदेश में देते हैं नकारात्मक बयान
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस देश को तोड़ने के लिए सब कर रही है। यहां तक की उनके नेता विदेश में जाकर हमारी न्यायपालिका, अर्थव्यव्यवस्था, मीडिया के लेकर नकारात्मक बयान देते हैं। इससे वे देश के लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
कांग्रेस का काम देश को पीछे धकेलने वाला
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह सब काम करती है जो देश को पीछे धकेलता है। उनके नेता झूठ बोलने, निंदा करने और ध्यान भटकाने का काम करते हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को विकास की ओर आगे बढ़ा रहे हैं।
इस साल पांच राज्यों में होना है चुनाव
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। उधर 2024 में लोकसभा चुनाव होगा, वहीं इसके साथ ही देश के कुछ राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होंगे। लगातार आ रहे चुनावों से इस बात को बल मिल रहा है कि जल्द ही देश में एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था लागू की जा सकती है।