Jabalpur News: जबलपुर में सड़ गया 35 करोड़ का खाद्यान्न, नीलामी के लिए भोपाल भेजा प्रस्ताव
Jabalpur News: जबलपुर में सड़ गया 35 करोड़ का खाद्यान्न, नीलामी के लिए भोपाल भेजा प्रस्ताव
जबलपुर जिले में रबी और खरीफ का उपार्जन भरपूर है, लेकिन खाद्यान्न के रखरखाव में लापरवाही और उनका समय पर उपयोग नहीं किए जाने की वजह से 35 करोड़ रुपये से अधिक का खाद्यान्न सड़ गया है। अब इस खाद्यान्न को नीलाम करने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम (नान) और वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक्स कार्पोरेशन (डब्ल्यूएचएलसी) तैयारी कर रहा है।
नान और डब्ल्यूएचएलसी की अनुशंसाओं पर गौर करें तो जिले के करीब दो दर्जन गोदामों में रखा खाद्यान्न अखाद्य श्रेणी का हो चुका है। अनेक गोदामों में तो खाद्यान्न की स्थिति ऐसी है कि वहां के सड़े अनाज को पशु भी न खाएं। नान और डब्ल्यूएचएलसी की ओर से भोपाल को पत्र लिखा जा चुका है कि जिले के 20 से अधिक गोदामों में किसानों से खरीद कर भंडारित अनाज सड़ चुका है। डिस्ट्रिक्ट कैटेगराइजेशन कमेटी की ओर से इस संदर्भ में भेजे गए प्रस्ताव के बाद भोपाल से जांच दल आएगा और नीलामी की औपचारिकताओं को पूरा करेगा।
इन क्षेत्रों में खराब हुआ खाद्यान्न
पाटन, सिहोरा और तिलसानी की गोदामों रखे अनाज के खराब होने की सूचना है। इन गोदामों में 20 हजार टन से अधिक खाद्यान्न सड़ चुका है। तिलसानी के ओपनकैप स्टोरेज में रखे 1400 टन गेहूं की नीलामी हो चुकी है। खाद्यान्न के इस स्टाक को उसकी स्थिति के आधार पर 800 से 1500 रुपये क्विंटल के भाव से नीलाम किया जा चुका है।
जिले के विभिन्न गोदामों में करीब 20 हजार टन खाद्यान्न खराब हो चुका है। उसकी नीलामी के लिए भोपाल को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इसके अलावा तिलसानी कैप स्टोरेज के 1400 टन की नीलमी हो चुकी है।
सखाराम निमोदा, जिला प्रबंधक, डब्ल्यूएचएलसी