Herbal Water: घर पर ऐसे तैयार करें जड़ी बूटियों वाला पानी, दूर रहेगी ये बीमारियां

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Herbal Water: घर पर ऐसे तैयार करें जड़ी बूटियों वाला पानी, दूर रहेगी ये बीमारियां

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Herbal Water: घर पर ऐसे तैयार करें जड़ी बूटियों वाला पानी, दूर रहेगी ये बीमारियां

HighLights

  • नेचुरोपैथी का चलन आजकल काफी बढ़ गया है।
  • जड़ी-बूटियों से तैयार किए गए हर्बल वाटर को पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
  • तुलसी की पत्तियों में कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं।
Herbal Waters। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण कई शारीरिक समस्याएं होने के बाद लोग एक बार फिर प्राकृतिक जीवन शैली की ओर लौट रहे हैं। ऐसे में नेचुरोपैथी का चलन आजकल काफी बढ़ गया है और जड़ी-बूटियों से तैयार किए गए हर्बल वाटर का उपयोग भी कर रहे हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे हर्बल वाटर के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं और आप इसे घर पर भी तैयार कर सकते हैं।

तुलसी का पानी

तुलसी की पत्तियों में कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं। कई बीमारियों के उपचार के लिए तुलसी की पत्तियों का उपयोग भारत में पुरातन काल से हो रहा है। तुलसी का पानी तैयार के लिए तुलसी के पत्तों को तोड़कर पानी में डालकर कुछ देर के लिए उबालें और इसका सेवन करें। इसके सेवन से शरीर में यूरिक एसिड नहीं बढ़ता है। साथ ही पेट से संबंधित कोई बीमारी नहीं होती है।

धनिया का पानी

धनिया का पानी पीने से थायराइड की समस्या दूर होती है। रातभर धनिये को पानी में भिगोकर रखें और सुबह तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न हो जाएं। धनिये के पानी से एसिडिटी ठीक होती है। मुंह में छाले भी नहीं होते हैं।

मेथी का पानी

मेथी का उपयोग बाल बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा त्वचा के लिए भी गुणकारी होता है। मेथी की तासीर गर्म होती है और इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। मेथी का पानी पीने से पेट फूलना, कब्ज आदि की समस्या का निदान होता है। डायबिटीज के रोगियों के लिए मेथी का पानी काफी फायदेमंद होता है।

 

दालचीनी का पानी

दालचीनी स्वाद में मीठी और सुगंधित होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। दालचीनी का पानी पीने से पाचन संबंधी परेशानी नहीं होती है। इस हर्बल पानी के सेवन से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।

 

डिस्क्लेमर

स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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