Astro Tips For Purse: पुराने पर्स को बदल रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज

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      Astro Tips For Purse: पुराने पर्स को बदल रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज

HighLights

  • पुराने पर्स से जुड़े नियम
  • पुराने पर्स में एक रुपये का सिक्का डालकर छोड़ें
  • फटा हुआ पर्स राहु ग्रह के कमजोर होने का कारण बनता है।

Astro Tips For Purse: वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए कई तरह के उपाय बताए गए हैं। धन और पर्स को लेकर भी कुछ उपाय हैं। पर्स में पैसे रखते समय भी हमें कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। अक्सर लोग अपने पर्स के खराब होने पर नया पर्स खरीद लेते हैं। ऐसे में पुराने पर्स को लेकर ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपका फटा हुआ पर्स राहु ग्रह के कमजोर होने का कारण बनता है। इसके कारण व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अक्सर हमारे मन में ये सवाल आता है कि पुराने पर्स को फेंकना चाहिए या नहीं। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।

पुराने पर्स से जुड़े नियम

 

– वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप अपना पुराना पर्स हटाकर नया पर्स लेना चाहते हैं, तो पुराने पर्स में एक रुपये का सिक्का डालकर छोड़ दें और इसे लाल रंग के कपड़े में लपेटकर रख दें। ऐसा करने से पुराने पर्स की तरह नए पर्स में भी पैसों का प्रवाह बना रहेगा।

अगर आपके लिए पुराना पर्स काफी लकी और वह बुरी तरह खराब हो चुका है, आप उसे बदलना चाहते हैं, तो उस पर्स को फेंके नहीं, बल्कि पर्स में चावल डालकर रख दें। इसके बाद पुराने पर्स के चावलों को नए पर्स में निकालकर रख लें। इससे पुराने पर्स का पूरा लक और पाॅजिटिव एनर्जी नए पर्स में आ जाएगी।

– अगर आप अपने पुराने पर्स को हटाना नहीं चाहते हैं और उसे अपने पास ही रखना चाहते हैं, तो उसे ठीक कराकर ही अपने पास रखें। कहा जाता है कि फटा हुआ पर्स पास रखने से राहु ग्रह कमजोर होता है, जिससे व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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