Independence day 2023 Special: ‘आर्थिक महाशक्ति’ के रूप में आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा भारत, ऐसे तय करना होगा सफर"/>

Independence day 2023 Special: ‘आर्थिक महाशक्ति’ के रूप में आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा भारत, ऐसे तय करना होगा सफर

Independence day 2023 special नई दिल्‍ली: भारत कुुछ दिनों में स्‍वतंत्रता की 77वीं वर्षगांठ मनाएगा। इन 77 सालों में भारत ने आर्थिक, सामाजिक और सांस्‍कृतिक मामले में खासी प्रगति की। विशेष तौर पर आर्थि‍क मामलों में। वर्ल्‍ड बैंक के अनुसार जहां 1960 में भारत की जीडीपी 37.03 मिलियन थी, तो वहीं 2022 तक भारतीय जीडीपी 3.39 ट्रिलियन तक पहुंच गई। यह प्रगति अब भी जारी है और भारत दुनिया में सबसे तेजी से प्ररगति करने वाला देश है। अब लक्ष्‍य भारत को दुनिया की आजादी की 100वीं वर्षगांठ तक वि‍कसित अर्थव्‍यवस्‍था बनाना है।

जब हम 2047 में आजादी का 100वां जश्‍न मना रहे होंगे तब हम दुनिया की आर्थि‍क महाशक्ति हो। भारत एक उच्‍च आय वाला देश हो और औद्योगिक और कृषि के साथ ही भारत का इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर ढांचा मजबूत हो। इस लक्ष्‍य को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है।

2047 तक भारत को विकसित और उच्‍च आय वाला देश बनाने के लिए क्‍या प्रयास करने होंगे और उस दौर में भारत के आर्थिक आंकड़ें क्‍या होना चाहिए इसको लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने एक विस्‍तृत रिपोर्ट तैयार की है।

कैसी रहे GDP दर?

RBI की रिपोर्ट के अनुसार भारत को विकसित देश बनाने के लिए अगले 25 सालों तक 7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ना होगा।

औद्योगिक क्षेत्र करना होगा मजबूत

वि‍कसित अर्थव्‍यवस्‍था के उद्देश्‍य तक पहुंचने के लिए भारत के औद्योगिक ढांचे को और मजबूत करना होगा। RBI की रिपोर्ट की माने तो वर्तमान में भारत के औद्योगिक क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 25.6 प्रतिशत है, विकसित अर्थव्‍यवस्‍था के लक्ष्‍य तक पहुंचने के लिए वर्ष 2047-48 तक औद्योगिक क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 35 प्रतिशत तक करना होगा।

कृषि और सेवा गतिविधियों का बढ़ाना होगा योगदान

वर्ष 2047-48 में जीडीपी में कृषि क्षेत्र की हिस्‍सेदारी 5 प्रतिशत करना होगी। यह तभी संभव है, जब अगले 25 वर्षों तक भारत की जीडीपी 4.9 प्रतिशत की दर से बढ़े।

ठीक इसी तरह सेवा क्षेत्र की हिस्‍सेदारी को 60 प्रतिशत तक ले जाना होगा। इसके लिए सेवा क्षेत्र की विकास दर अगले 25 सालों तक 13 प्रतिशत बनाए रखना होगी।

इन बिंदुओं पर भी देना होगा ध्‍यान

    • बुनियादी ढांचे का विकास
    • लॉजिस्टिक्स का विकास
  • अर्थव्यवस्था का डिजिटलीकरण

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