Power Cut In Indore: इंदौर के कमिश्नर कार्यालय में बिजली की पूर्ति जारी रहे, इसलिए 66 न्यायालय में कर दिया अंधेरा
Power Cut In Indore: 10 हजार से ज्यादा प्रकरणों की सुनवाई पर असर पड़ा। पेड़ गिरने से ट्रांसफार्मर में फाल्ट।
Power Cut In Indore: इंदौर, जिला न्यायालय में बुधवार को दिनभर बिजली गुल रही। इसके चलते न गवाहों के बयान दर्ज हो सके, न नकलें बन सकीं। पक्षकार और वकील दिनभर परेशान होते रहे। अनुमान है कि 10 हजार से ज्यादा प्रकरणों की सुनवाई पर असर पड़ा। प्रकरणों में सुनवाई आगे बढ़ा दी गई। बिजली गुल होने की वजह पेड़ का गिरना रहा, लेकिन सुधार में देरी संभागायुक्त की बैठक की वजह से हुई।
बुधवार सुबह आम दिनों की तरह 10 बजे से ही पक्षकार और वकील जिला न्यायालय पहुंचना शुरू हो गए थे। जिला न्यायालय में 66 न्यायालय लगते हैं। वकील पैरवी करने इन न्यायालयों में पहुंचे तो पता चला कि बिजली गुल है। लंबे इंतजार के बाद भी बिजली बहाल नहीं हुई तो अधिकारियों ने बिजली कंपनी से संपर्क किया। बावजूद इसके हालत नहीं सुधरे। इसके चलते हजारों पक्षकार और वकील परेशान होते रहे। एक भी प्रकरण में सुनवाई नहीं हुई।
किसी भी विभाग में नहीं हुआ काम
न्यायालयों में ही नहीं, बल्कि न्यायालय के सभी विभागों में कंप्यूटर बंद होने की वजह से न तो नए प्रकरण दर्ज हो सके, न ही रिकार्ड व नकल विभाग में कोई काम हो सका। बताया जा रहा कि न्यायालय के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब दिनभर बिजली गुल रही, वहीं जिला न्यायालय के पास स्थित कमिश्नर कार्यालय में दिनभर बिजली बहाल थी।
…ट्रांसफार्मर भी फाल्ट हो गया
मोती बंगला परिसर में इंडियन काफी हाउस के सामने एक पेड़ गिरा। इससे बिजली लाइन के तार आपस में मिल गए। यह लाइन जिला न्यायालय में बिजली आपूर्ति वाली थी। इससे फाल्ट हुआ और बिजली गुल हो गई। बाद में न्यायालय में बिजली आपूर्ति करने वाला ट्रांसफार्मर भी फाल्ट हो गया। इस बीच बिजली कंपनी के अमले ने जांच के बाद ट्रांसफार्मर बदलने की जरूरत बताई। संभागायुक्त कार्यालय से निर्देश मिले कि जरूरी बैठक समाप्त होने तक इंतजार किया जाए।
दरअसल, संभागायुक्त कार्यालय (मोती बंगला परिसर) और जिला न्यायालय में बिजली आपूर्ति के ट्रांसफार्मर अलग-अलग हैं, लेकिन फीडर एक ही है। ऐसे में, जिला न्यायालय का ट्रांसफार्मर बदलने के लिए क्षेत्र में लाइन पर आपूर्ति बंद कर सुधार करना पड़ता। बिजली अमले ने कमिश्नर दफ्तर में फोन कर बिजली बंद करने की सूचना दी। इस दौरान नवागत संभागायुक्त मालसिंह भयड़िया बैठक ले रहे थे।
कमिश्नरेट से बिजली अमले को ताकीद किया गया कि साहब की जरूरी बैठक खत्म होने तक बिजली बंद न की जाए। ऐसे में बिजली कर्मचारी बैठक खत्म होने का इंतजार करते रहे। दोपहर बाद बैठक खत्म हुई और बिजली कंपनी ने ट्रांसफार्मर बदल कर कोर्ट में आपूर्ति बहाल की। बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक शाम पांच बजे सुधार पूरा कर आपूर्ति बहाल कर दी गई थी।