नाश्ते में रोजाना पोहा खाने वाले हो जाए सावधान, सेहत को हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान
ज्यादातर लोग अपने नाश्ते में ऐसी चीजों को शामिल करते हैं जो खाने में लाइट और हेल्दी होने के साथ झटपट बनकर तैयार भी हो जाती हैं। ऐसी ही चीजों में पोहा का नाम भी शामिल है। कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर पोहा खाने में टेस्टी तो होता ही है। साथ ही पेट को भी लंबे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है। यही वजह है कि वेट लॉस करने वाले लोगों को खासतौर पर पोहा खाने की सलाह दी जाती है। सेहत के लिए फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं जरूरत से ज्यादा पोहा खाने से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल से आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा पोहा खाने से शरीर को होते हैं क्या साइड इफेक्ट्स और कितनी मात्रा में करना चाहिए पोहा का सेवन।
न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Varun Katyal, Nutritionist And Wellness Expert) कहते हैं कि पोहा नाश्ते की काफी ऑप्शन्स की तुलना में ज्यादा हेल्दी माना जाता है। लेकिन इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट की मात्रा आपके वजन को बड़ा सकती है ।पोहा आम तौर पर सफेद चावल से बनाया जाता है, जो कि उच्च ग्लाइसेमिक-इंडेक्स भोजन है और जो खून में शुगर के स्तर को बढ़ाने के साथ आपके वजन को भी बढ़ा सकता है। पोहे को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तेल और बाकी अतिरिक्त सामग्री इसमें कैलोरी की मात्रा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आप पोहा नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। लेकिन इसका रोजाना सेवन करने से और अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
पोहा खाने के नुकसान – (Side Effects Of Eating Poha)
मोटापा-
आमतौर पर वेट लॉस के लिए नाश्ते में पोहा खाना फायदेमंद माना जाता है। लेकिन रोजाना पोहा खाने से आपका वजन बढ़ने के साथ मोटापे की समस्या भी पैदा हो सकती है। दरअसल, पोहे में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो आपके वजन को बढ़ा सकती है। इसके अलावा पोहे को बनाने के लिए मूंगफली और आलू का इस्तेमाल भी किया जाता है। मूंगफली और आलू का ज्यादा सेवन करने से शरीर में फैट और मोटापा बढ़ सकता है।
ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है-
डायबिटीज के मरीजों को चावल से परहेज करने की सलाह दी जाती है। चावल खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। पोहा भी चावल से ही बनाया जाता है। रोजाना पोहा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा बना रहता है। जिन लोगों को डायबिटीज है, उन्हें पोहे का सेवन करने से बचना चाहिए।
एसिडिटी-
कई लोगों को ब्रेकफास्ट में पोहा खाने से एसिडिटी की समस्या हो सकती है। पोहा खाने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है। जिससे पेट में ऐंठन और दर्द की समस्या हो सकती है।
आयरन की अधिकता-
पोहा आयरन से भरपूर होता है। ऐसे में पोहा का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन की विषाक्तता हो सकती है। शरीर में आयरन अधिक होने पर व्यक्ति को उल्टी, निर्जलीकरण, दस्त जैसी समस्या झेलनी पड़ सकती है।
दांत दर्द-
कच्चा पोहा खाने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह आपके लिए दांत और जबड़े के दर्द का कारण बन सकता है। कच्चे पोहा को चबाना कठिन होता है। जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति को दांत में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
कब और कितनी मात्रा में खाएं पोहा?
पोहा का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। पोहे का अधिक मात्रा में सेवन करने से सेहत को फायदे के जगह नुकसान हो सकता है। अगर आप पोहा खाना पसंद करते हैं, तो इसे हफ्ते में दो-तीन दिन नाश्ते में या चाय के साथ स्नैक के तौर पर खा सकते हैं। पोहा खाते समय ध्यान रखें कि आप एक कटोरी से ज्यादा पोहे का सेवन न करें। अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं, तो पोहा बनाते समय उसमें मूंगफली या आलू न डालें।