ड्रैगन की नापाक साजिश का एक बार फिर पर्दाफाश
नई दिल्ली. ड्रैगन की नापाक साजिश का एक बार फिर पर्दाफाश हुआ है। चीन सीमा के पास से अरुणाचल प्रदेश के दो लड़के लापता हो गए हैं। परिवारवालों का कहना है कि पिछले 56 दिनों से उनका सुराग नहीं लग पा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें आखिरी बार जड़ी-बूटियों की खोज के लिए जंगल जाते हुए देखा गया था। वह इस दौरान चीन सीमा के करीब पहुंच गए थे। उसके बाद से किसी ने उन्हें नहीं देखा।
अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले के दो लड़के पिछले 56 दिनों से लापता हैं। उनके एलएसी पार किए जाने का अंदेशा है। अंजॉ एसपी राईक कामसी ने कहा कि उन्होंने सेना, एसआईबी और अन्य एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। परिवारवालों ने 9 अक्टूबर को उनके लापता होने की सूचना दी थी। दोनों औषधीय जड़ी-बूटियों को इकट्ठा करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में जा रहे थे।
राईक कामसी का कहना है कि हमें संदेह है कि उन्होंने अनजाने में एलएसी पार कर लिया होगा। दोनों लड़कों के नाम बतेइलम टिकरो और बेइंग्सो मन्यु बताया जा रहा है। 19 अगस्त को चागलगाम इलाके में गए थे, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब है। एसपी ने कहा कि परिवार एक महीने से अधिक समय से उनकी तलाश कर रहे थे। अधिकारी ने कहा, “उनके गांव से मौसम और गति के आधार पर सीमा तक पहुंचने में कम से कम छह से आठ दिन लगेंगे।”
गौरतलब है कि इससे पहले अपर सियांग जिले का 19 वर्षीय मिराम टैरोन गलती से चीनी क्षेत्र में चला गया था। चीन की आर्मी ने युवक को पकड़ लिया था। हालांकि भारतीय दबाव में 10 दिन बाद उसे भारतीय सेना को लौटा दिया गया। इससे पहले सितंबर 2020 में अरुणाचल के ऊपरी सुबनसिरी जिले के पांच लड़के रास्ता भूलकर गलती से चीन सीमा में दाखिल हो गए थे। फिर भारत की कोशिशों के बाद 10 दिन में उन्हें वापस लाया जा सका।