शिक्षा विभाग में मची खलबली ,जाने क्या है पूरा माजरा
भोपाल। मध्य प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने मध्य प्रदेश में मध्याह्न भोजन की हकीकत की पोल अपने एक पत्र से खोल दी है। खनिज मंत्री ने अपने क्षेत्र के स्कूलों में मध्याह्न भोजन वितरण ना होने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखा है। मंत्री के इस पत्र के बाद स्कूली शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है। मध्य प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के एक लेटर ने स्कूल शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है। खनिज मंत्री ने अपने क्षेत्र के स्कूलों में मध्याह्न भोजन वितरण ना होने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखा है।
स्कूल शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र में लिखा है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में पन्ना भ्रमण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा अवगत कराया गया कि विकासखण्ड अजयगढ़ के लगभग 100 से अधिक स्कूलों में 6 महीने से मध्याह्न भोजन का वितरण नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण आमजनों में काफी असंतोष है, ऐसी स्थिति अत्यंत ही चिंता का विषय है, अनुरोध है कृपया मध्याह्न भोजन वितरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए मध्याह्न भोजन का वितरण सुचारू रूप से संचालित किए जाने के संबंध में आदेश प्रदान करने का कष्ट करें।
कांग्रेस ने साधा निशाना
इस पत्र के सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी एक के बाद एक 4 ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरा है। इस मामले में कांग्रेस ने घोटाले की आशंका जताई है , कांग्रेस ने मंत्री के पत्र का समर्थन करते हुए कहा है की मंत्री बिजेंद्र प्रताप सिंह ने हकीकत बयान की है , इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर तीखा हमला बोला है वंही कांग्रेस के विधायक नातीराजा ने कहा है की वो मंत्री बिजेंद्र प्रताप सिंह की बात सहमत है मध्य प्रदेश में कई जगह 6 महीने से ज्यादा मध्याह्न भोजन नहीं दिया गया , मंत्री बिजेंद्र प्रताप सिंह पत्र के बाद बीजेपी बचाव की मुद्रा में है।