द्रौपदी मुर्मू के मुंबई दौरे के बीच सियासी बयानबाजी शुरू
मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। इन सब के बीच मुर्मू आज मुंबई के दौरे पर हैं। इससे पहले संजय राउत ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि शिवसेना राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन क्यों कर रही है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने ये फैसला लिया है कि पार्टी द्रौपदी मुर्मू को वोट देगी। ये हमारी इच्छा और आदिवासी के प्रति सम्मान है। ये राजनीतिक समर्थन नहीं है, ये हमारी भावना है। इससे पहले शिवसेना चीफ ने जब मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया था तो कहा था कि उनके ऊपर कोई प्रेशर नहीं है। दरअसल शिवसेना में शिंदे की बगावत के बाद से ही सांसदों एक पार्टी छोड़ने का खतरा बढ़ा हुआ है।
माना जा रहा है कि पार्टी की लड़ाई को ध्यान में रखकर उद्धव ठाकरे ने शिवसेना सांसदों की राय के अनुसार ही यह फैसला लिया है। उद्धव खेमे के सामने एनसीपी और कांग्रेस के साथ जाने का भी विकल्प था लेकिन उन्होंने सारी बातें ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया हुआ है। हालांकि शिंदे ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की थी। शिवसेना द्वारा बुलाई गई बैठक में अधिकतर सांसदों ने यही कहा था कि एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देना चाहिए।
वहीं उद्धव ठाकरे के द्रौपदी मुर्मू के समर्थन देने के फैसले से कांग्रेस नाराज है। कांग्रेस का कहना है कि शिवसेना महा विकास अघाड़ी का हिस्सा हिया लेकिन उसने हमारे साथ बातचीत नहीं की है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि शिवसेना का यह निर्णय समझ से परे है कि वह मुर्मू का समर्थन कर रही है।