देशभर में फैला ‘अग्निपथ’ का विरोध
सेना में ‘अग्निपथ’ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती की केंद्र सरकार की योजना का आज भी विरोध रहो हा है। बिहार में छात्रों ने ट्रेनों को निशाना बनाया है। वहीं विरोध की यह आग मध्य प्रदेश के इंदौर शहर तक पहुंच गई है। यहां प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर हंगामा किया। हरियाणा में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा है। साथ ही इंटरनेट भी बंद किया गया है। पूरे मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, GST – व्यापारियों ने नकारा, देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।’
केंद्र सरकार ने गुरुवार रात एक बड़ा फैसला लेते हुए ‘अग्निपथ’ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है। इस योजना के तहत भर्ती की न्यूनतम आयु 17.5 वर्ष और अधिकतम आयु 21 वर्ष है, लेकिन इस वर्ष के लिए अधिकतम आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी गई है। योजना के बढ़ते विरोध के बीच सरकार ने इससे जुड़े तथ्य भी स्पष्ट कर दिए हैं। योजना को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम और आलोचना को खारिज करते हुए सरकार ने कहा है कि न तो सेना के रेजिमेंटल सिस्टम में कोई बदलाव होने वाला है और न ही सेना की क्षमता पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ने वाला है। यह योजना युवाओं के साथ-साथ सेना के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि चार साल की सेवा के बाद मिलने वाले आर्थिक पैकेज से युवाओं के पास अपना भविष्य संवारने के कई विकल्प होंगे।
बिहार में आज भी बवाल, ट्रेनों को बनाया निशाना
बिहार में आज भी विरोध प्रदर्शन जारी है। जानकारी के मुताबिक, बछ्वाड़ा पटोरी रेलखण्ड पर मोहीउद्दीननगर मे अग्निपथ योजना के विरोध मे छात्रों ने लोहित एक्सप्रेस की आठ बोगियों में आग लगा दी। पटोरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ मारपीट करने और सर फोड़े जाने की भी सूचना है। उपद्रवियों ने कई सरकारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की है।
आयु सीमा बढ़ाने पर रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती संभव नहीं होने की बात का संज्ञान लेते हुए सरकार ने 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती में एकमुश्त छूट देने का फैसला किया है। अग्निपथ योजना के तहत 2022 के लिए भर्ती की ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।
सरकार ने मिथ वर्सेज फैक्ट्स नामक एक दस्तावेज जारी करके योजना के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों और गलत सूचनाओं को भी दूर कर दिया है। इसके अलावा सरकार की सूचना प्रसार इकाई यानी प्रेस सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने भी इंटरनेट मीडिया पर एक के बाद एक कई पोस्ट के जरिए स्थिति स्पष्ट की है।
पीआईबी ने कहा है कि इस योजना के तहत पहले वर्ष में जितने जवानों यानि अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है, वह सेना की कार्यबल की संख्या का केवल तीन प्रतिशत है। साल दर साल भर्ती होने वाले अग्निशामकों की संख्या में वृद्धि होगी और आने वाले वर्षों में यह संख्या आज की तुलना में तीन गुना तक हो जाएगी। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि सेना के रेजिमेंटल सिस्टम में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है, बल्कि, यह योजना सर्वश्रेष्ठ अग्निवर के चयन के साथ रेजिमेंटों के बीच सामंजस्य को और मजबूत करेगी।