बंद में फंसी 200 से ज्‍यादा ट्रेनें, सड़कों पर भी किसानों का चक्‍का जाम

 आज पंजाब बंद के दौरान उत्‍तर भारत के लोग खासे परेशान हैं. अबतक 221 ट्रेनों को रद्द करने या फिर उनके रूट डायवर्ट करने की बातें सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है मोहाली से लेकर चंडीगढ़, लुधियाना से लेकर अमृतसर, फिरोजपुर, भठिंडा जैसे शहरों में किसान सड़कों पर बैठ गए हैं. रेलवे ट्रैक पर भी किसानों ने कब्‍जा कर लिया है. इसके चलते लोगों के लिए एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक मूवमेंट करना मुश्किल साबित हो रहा है. भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल के समर्थन में पंजाब के किसानों ने आज बंद का ऐलान किया है. आज पूरा दिन पंजाब बंद रहेगा. यह बंद सुबह सात बजे से लेकर शाम चार बजे तक जारी रहेगा.

कई किसान संगठनों को इस बंद का पूरा समर्थन है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय रेलवे ने पहले ही वंदे भारत ट्रेन सहित कुल 167 ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया है, अन्‍यथा उनका सफर निर्धारित जगह से पहले ही खत्‍म कर दिया गया है. हालांकि बंद के दौरान स्थिति इतनी ज्‍यादा बिगड़ गई कि अबतक करीब 221 ट्रेनें इस बंद से प्रभावित हो चुकी हैं. एक किसान नेता ने पहले कहा था कि पंजाब बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी. इसके अलावा किसी शादी समारोह में जाने वाले व्‍यक्ति व परिवार को नहीं रोका जाएगा. साथ ही एयरपोर्ट पर जाने वाले लोगों को भी परेशान नहीं किया जाएगा. हालांकि सच यह है कि बंद के कारण कोई लोगों के लिए आवाजाही एक बुरे सपने में बदल गई है.

स्‍कूल-कॉलेज पहले ही बंद
पंजाब में सर्दी की छुट्टी के चलते पहले ही स्‍कूल बंद है. पंजाब यूनिवर्सिटी ने बंद के चलते परीक्षाओं को सोमवार की जगह मंगलवार को कराने का निर्णय लिया है. बस सेवाओं से जुड़े संगठनों की तरफ से बताया गया है कि सोमवार शाम चार बजे के बाद सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी. खनौरी में किसान नेताओं ने कहा कि वे गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे. अब यह सरकार पर है कि वो उनके वरिष्ठ नेता डल्लेवाल को हटाने के लिए बल प्रयोग करना चाहती है या नहीं.

क्‍या है किसानों की मांग?
फसलों के एमएसपी से लेकर कुल 13 मांगों को लेकर किसान नेता प्रदर्शन पर रहे हैं. किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM गैर राजनीतिक) ने यह बंद बुलाया है. उनका कहना है कि सरकार जिद्द पर अड़ी हुई है और किसानों की जायज मांगों को भी नहीं मान रही है. पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक उच्च-स्तरीय टीम ने रविवार को खनौरी सीमा स्थल पर डल्लेवाल से मुलाकात की थी. इस टीम में पुलिस के डिप्‍टी इंस्‍पेक्‍टर जनरल मंदीप सिंह सिद्धू और रिटायर्ड एडिशनल डीजीपी जसकरण सिंह भी शामिल थे. बाद में किसान नेताओं ने कहा कि डल्लेवाल ने कोई भी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है.

बातचीत में नहीं माने किसान
डल्लेवाल और किसान नेताओं के साथ सरकार की दो दौर की बातचीत के बाद देर शाम जसकरण सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकार के निर्देश हैं कि डल्लेवाल को चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए. जसकरण सिंह ने कहा, ‘‘हमने उनके साथ सभी बिंदुओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्थिति से अवगत कराया जा रहा है. बैठक के बाद डल्लेवाल ने रविवार देर शाम एक छोटा वीडियो संदेश जारी किया.

रेलवे ने क्‍या कहा?
किसान संगठनों के आंदोलन के कारण रेलवे ने 163 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया. बताया गया कि 19 ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट, 15 ट्रेनों को शार्ट ओरिजीनेट, 15 ट्रेनों को विलंब और 09 ट्रेनों को रोककर चलाया जाएगा. रोककर चलाए जाने वाले ट्रेनों को ऐसे स्थानों पर रोका जाएगा जहाँ रेलयात्रियों को कोई असुविधा का सामना ना करना पड़े एवं उनको मूलभूत चाय पानी (खान-पान) की सुविधा मिलती रहे.

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