सरसों के तेल की बोतल जमी…ताबो का पारा माइनस 17.3 डिग्री लुढ़का, बर्फबारी के बाद हिमाचल प्रदेश में हाड़ गलाने वाली ठंड
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन हुई बारिश और बर्फबारी (Himachal Snowfall) से कई स्थानों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आसमान से राहत जरूर बरसी है लेकिन कुछ स्थानों पर दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं. 31 दिसंबर तक राज्य आपदा प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में अब भी 3 एनएच और 256 छोटी-बड़ी सड़कें अवरूद्ध हैं. कई स्थानों पर बत्ती भी गुल है. प्रदेशभर में विद्युत आपूर्ति के 60 ट्रांसफार्मर ठप पड़ हैं. सरकारी मशीनरी सड़क,बिजली,पानी की आपूर्ति को बहाल करने में जुटी हुई है.
सरकार ने प्रभावित इलाकों के अधिकारियों को जरूरी सेवाएं जल्द बहाल करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में दो दिनों से मौसम साफ है, जिसके चलते सड़क बहाली का कार्य जोरों से चल रहा है. उधर, प्रदेश के लाहौल स्पीति में बर्फबारी के बाद पारा गिरा है और तांदी में बोतल में सरसों के तेल के जमने की तस्वीर सामने आई है.
बारिश और बर्फबारी पर राजस्व और बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि काफी सालों बाद हिमाचल में क्रिसमस के बाद बारिश और बर्फबारी हुई है. ये किसानों और बागवानों के लिए काफी लाभकारी है, साथ ही पीने के पानी के स्त्रोत भी रिचार्च होंगे जिससे गर्मियों में परेशानी नहीं होगी. नेगी ने कहा कि बर्फबारी के चलते अवरूद्ध पड़े मार्गों को खोलने का कार्य जारी है. लोक निर्माण विभाग के अलावा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी मशीनरी लगाई गई है. सड़कों की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि अधिकतर ग्रामीण इलाकों के संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें जल्दी बहाल कर दिया जाएगा, जिन इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित है, वहां भी कार्य जोरों से चल रहा है.
मौसम विभाग के शिमला केंद्र ने अगले 4 जनवरी तक प्रदेश में धूप खिलने का अनुमान जताया है. इस दौरान छह जिलों में भारी धुंध पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया गया है. मंडी, बिलासपुर, सोलन, हमीरपुर, कांगड़ा और ऊना में गहरी धुंध पड़ेगी. इस दौरान शीतलहर की भी चेतावनी दी गई है. इससे पहले, मंगलवार को प्रदेश में लाहौल स्पीति में न्यूनतम तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया और यह -17.3 डिग्रा दर्ज किया गया था. इससे पहले, कभी भी प्रदेश में न्यूनतम पारा इतना नहीं लुढ़का था.