संविधान पर अब होगा असली संग्राम, कांग्रेस के बाद बीजेपी भी अखाड़े में उतरी, बड़े वोटबैंक पर नजर
आंबेडकर को लेकर संसद में संग्राम आपने खूब देखा. लेकिन असली जंग अब होने जा रही है. कांग्रेस ‘जय बापू ,जय भीम जय संविधान’ अभियान लेकर जनता की अदालत में जा रही है, तो अब बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी ने 26 जनवरी से पहले संविधान गौरव अभियान चलाने का ऐलान कर दिया है. दोनों की नजर बड़े वोट बैंक पर है.
बीजेपी का ‘संविधान गौरव अभियान’ कांग्रेस के अभियान का जवाब माना जा रहा है. बीजेपी का दावा है कि हफ्तेभर उसके नेता और कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे. उन्हें बताएंगे कि कैसे कांग्रेस ने आंबेडकर को वर्षों तक अपमानित किया. बारे में लोगों को बताया जाएगा. बीजेपी ने यह अभियान इसलिए शुरू करने का फैसला किया है, क्योंकि विपक्षी दल उसपर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगा रहे हैं. विपक्षी हमलों के बाद भाजपा ने खुद को संविधान के चैंपियन के रूप में पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
बीजेपी का मकसद
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रव्यापी ‘संविधान गौरव अभियान शुरू किया जाएगा. पार्टी का फोकस उन जिलों पर है, जहां अनुसूचित जाति (एससी) की आबादी सबसे ज्यादा है. बीजेपी को पता है कि अगर इस तरह से उनमें पैठ बन गई तो बीजेपी की राह हमेशा के लिए आसान हो जाएगा. दूसरा, कांग्रेस भी इन लोगों के बीच जा रही है, उनके दुष्प्रचार से भी बीजेपी मुकाबला कर पाएगी. पार्टी ने अभियान का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी तीन महासचिवों विनोद तावड़े, तरुण चुघ और दुष्यंत कुमार गौतम को सौंपी है. तावड़े को संयोजक बनाया गया है. पार्टी बड़े स्तर पर 50 से ज्यादा कार्यक्रम करेगी. युवा इकाइयां छात्रों से संपर्क करेंगी. एक और वजह है, पिछले लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने संविधान का मुद्दा उठाकर बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया था, जिसकी वजह से बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ा था.
कांग्रेस का क्या प्लान
उधर, कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में ही “जय बापू ,जय भीम जय संविधान अभियान” शुरू करने का ऐलान कर दिया था, जो 3 जनवरी से शुरू हो गया. यह अभियान 26 जनवरी तक चलेगा. 26 जनवरी को मध्य प्रदेश के महू में रैली होगी, जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के हिस्सा लेंगे. 26 जनवरी 2025 से 26 जनवरी 2026 तक जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम चलेगा. इस दौरान एक साल कांग्रेस ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा’ करेगी. इसमें सभी नेता भाग लेंगे. यह पदयात्रा 13 महीनों तक चलेगी.
कांग्रेस का मकसद
कांग्रेस ने संसद में गृहमंत्री अमित शाह के बयान का एक अंश उठाकर उसे आंबेडकर का अपमान बताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. अब पार्टी इसी मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रही है. वह लोगों को बताएगी कि बीजेपी किस तरह संविधान का मजाक उड़ा रही है. बाबा साहेब आंबेडकर का मुद्दा उठाया जाएगा. बीजेपी को संविधान विरोधी बताने का पूरा प्लान कांग्रेस ने तैयार कर लिया है. कांग्रेस को इसमें बड़ा वोट बैंक नजर आ रहा है.