मरीन कमांडो आसमान से गिरे समंदर में, सब देखते रहे, फिर क्या हुआ?

हर वक्त सेना चौकस और चौकन्नी रहती है. चाहे वह युद्ध का समय हो या फिर शांति काल. अपनी तैयारियों को हमेशा अप टू डेट रखती है. ऐसा ही कुछ विशाखापत्तनम के राम कृष्णा बीच पर दिखाई दिया. जब एक ड्रिल को अंजाम करते वक्त एक हादसा हो गया. लेकिन सेना की फुर्ती ने किसी जान माल को नुई नुकसान नहीं होने दिया. भारतीय नौसेना के दो मरीन कमांडो ने पैराशूट के जरिए अपना करतब दिखा रहे थे. उसी वक्त उनके पैराशूट आपस में उलझ गए. नतीजा यह हुआ की दोनों बड़ी तेजी से आसमान में घूमते घूमते हुए तेजी से नीचे गिरने लगे. दोनों कमॉडों ने कोशिश बहुत की लेकिन वो सफल नहीं हो सके और धड़ाम से समंदर में जा गिरे. जैसे ही वह गिरे पास में बड़ी ही तेजी से एक नौसेना की स्पीड बोट आगे बढ़ी और दोनों को बचा लिया.

नेवी ऑपरेशन डैमों के वक्त हुआ हादसा
यह घटना पूर्वी नौसेना कमांड (ENC) की बड़ी ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन की रिहर्सल के दौरान हुआ. सूत्रों के मुताबिक यह अधिकारी MARCOS (मरीन कमांडो) के सदस्य थे. यह हादसा शाम तकरीबन 5:30 के करीब हुआ. एक अधिकारी राष्ट्रीय ध्वज के साथ उतर रहा था, जबकि दूसरे का पैराशूट उलझ गया था. पैराशूट पर कंट्रोल ना होने के चलते दोनों तेजी से नीचे पानी में गिर गए. यह सब एक बड़ी भीड़ के सामने हुआ, जो रिहर्सल को देखने के लिए बीच पर मौजूद. लेकिन घटनास्थल पर मौजूद बचाव दल ने जल्दी ही दोनों अधिकारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया

4 जनवरी को विशाखापत्तनम में नौसेना की कांबेट ड्रिल
शनिवार को विशाखापत्तनम में ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन के दौरान भारतीय नौसेना की ताकत और क्षमता का प्रदर्शन होगा. हर साल नौसेना दिवस का कार्यक्रम विशाखापत्तनम पर आयोजित किया जाता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव के बाद से हर साल अलग अलग जगह पर इसका आयोजन किया जाने लागा है. पहली बार 2023 में महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में इसा आयोजन किया गया था. साल 2024 को पुरी में आयोजित किया गया. इस्टर्न नेवल कमांड की तरफ से 4 जनवरी को ऑपेरशनल डेमों आर के बीच पर आयोजित किया जा रहा है. इस मौके पर नौसेना के युद्धपोतों की तैनाती समुद्र में होगी. नौसेना के फाइटर जेट्स और हेलीकॉप्टर अपनी कांबेट और राहत बचाव की ड्रिल को अंजाम देंगे. मरीन कमांडो खुफिया सैन्य ऑपरेशन की ड्रिल को अंजाम देंगे.

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