आधार कार्ड, बर्थ सार्टिफिकेट… अवैध बांग्लादेशियों के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की हालिया रिपोर्ट ने देशभर में तहलका मचा दिया. इस रिपोर्ट में बताया गया कि देश का सबसे अमीर मुख्‍यमंत्री कौन है और उनके पास कितनी संपत्ति है. इसकी जानकारी देश के तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में भी दी गई, लेकिन यह नहीं बताया गया कि आखिर इस कमाई का जरिया क्‍या है. ऐसे में विपक्ष और आम आदमी के मन में एक ही बात आने लगी कि जरूर कुछ घपला-वपला करके सीएम ने यह प्रॉपर्टी बनाई है. अब उनकी तरफ से पूरी जानकारी सामने रख दी गई है, जिसमें कमाई का जरिया और तरीका दोनों ही बताया गया है.

एडीआर रिपोर्ट में आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री और केंद्र में मोदी सरकार के सहयोगी एन चंद्रबाबू नायडू को देश का सबसे अमीर सीएम बताया गया था. उनके पास करीब 931 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई गई थी. अब सीएम की कंपनी की ओर से इस पर स्‍पष्‍टीकरण जारी किया है. चंद्रबाबू नायडू के डेयरी उत्पाद फर्म हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में नायडू परिवार की करीब 82 फीसदी हिस्‍सेदारी है. यह जानकारी कंपनी के अधिकारियों ने दी है.

 दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से दिल्ली में घुसकर रहने वाले बांग्लादेशियों के आधार बनाने वाले गिरोह का भंडफोड़ किया है. ये गिरोह फर्जी कागजातों की मदद राजधानी में घुसकर आए बांग्लादेशियों के आधार ही नहीं बल्कि कई और दूसरे कागजात बनवाया करते थे. दिल्ली पुलिस का बांग्लादेशियों के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है.

अवैध रूप से रह रहा एक और बांग्लादेशी दबोचा…

दिल्ली पुलिस ने पहले भी एक ऐसे ही सिंडिकेट के सदस्यों की गिरफ्तारी की थी जो एक फर्जी वेबसाइट के जरिए जन्म प्रमाण पत्र और जरूरी सर्टिफिकेट बनवाते थे. इन्हें बनवा लेने के बाद वे बांग्लादेशियों के इनकी मदद से आधार कार्ड भी बनवा देते थे. दिल्ली पुलिस ने एक और बंगलादेशी को डिपोर्ट है जिसे वसंत कुंज थाना इलाके से पकड़ा गया था. मोहम्मद बबलू ढाका के दीमरा गांव का रहने वाला है. पुलिस एफआरआरओ की मदद से इसे डिपोर्ट कर रही है.

पिछले हफ्ते साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 14 बांग्लादेशियों को पकड़कर FRRO के जरिए वापिस बांग्लादेश डिपोर्ट किया था. इसके बाद बुधवार को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने 11 और बांग्लादेशियों को पकड़कर वापिस बांग्लादेश भिजवा दिया था. ये सभी 11 लोग बिना आईडी के अलग अलग छोटे छोटे होटलों में रह रहे थे और लेबर का काम करते थे. इनके अलावा पिछले रविवार को साउथ दिल्ली पुलिस ने 7 बांग्लादेशियों को बांग्लादेश डिपोर्ट किया था पिछले कुछ समय में कुल 25 बांग्लादेशियों को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने बांग्लादेश डिपोर्ट किया है. ऐसे कुल मिलाकर 33 बांग्लादेशियों को वापिस डिपोर्ट किया जा चुका है. अलग- अलग डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने और भी कई संदिग्ध बांग्लादेशियों को आइडेंटिफाई किया है जिनके डॉक्युमेंट्स वेरिफाई किए जा रहे हैं.

कैसे पहचान की जाती है, वापस भेजने क्या होती है प्रक्रिया…
जब FRRO यूनिट यानी फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ये कन्फर्म कर लेता है कि ये बांग्लादेशी नागरिक हैं तो इनको डिटेंशन सेंटर में आईबी के अंडर में रखा जाता है. फिर उन्हें ट्रेन की बोगी की कैपेसिटी के हिसाब से वापस डिपोर्ट किया जाता है. अगर बोगी में 100 लोगों की जगह है और 50 ही बांगलादेशी हैं तो उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है. जब पूरी बोगी भर जाती है तब सबको एक ही बोगी में बांग्लादेश भेजा जाता है.

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