जेब में नहीं टिक रहा है पैसा तो घर में लगाकर देखें यह पौधा, चमक उठेगी किस्मत
वास्तु शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिसका पालन करने से आपके जीवन में सुख और समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं। ऐसे ही एक पौधे का वर्णन मिलता है। इसको घर में सही दिशा में लगाने से बहुत अच्छे परिणाम मिलते हैं।
HighLights
- धन के देवता कुबेर को प्रिय है यह पौधा।
- सही दिशा में लगाने से मिलेंगे शुभ फल।
- घर में भी बनी रहेगी पॉजिटिव एनर्जी।
धर्म डेस्क, इंदौर। आज के समय में सभी की इच्छा होती है कि वो धनवान बन जाएं और उन्हें किसी प्रकार के कोई अभाव का सामना ना करना पड़े। वास्तु के अनुसार घर का वास्तु खराब हो तो नौकरी, बिजनेस सभी में नुकसान होता है। लेकिन अगर वास्तु सुधर जाए तो धन संपदा खुद चलकर आपके पास आती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सभी देवी एवं देवताओं का कोई एक प्रिय पौधा होता है। दीपावली के दिन धन के देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है। आइये समझते हैं कि कुबेर जी को कौन सा पौधा प्रिय है और इसे लगाने के क्या लाभ हैं।
धन के देवता हैं कुबेर
कुबेर को हिंदू धर्म में धन का देवता कहा गया है। यह माना जाता है कि इनकी कृपा जिस पर हो जाए उसका जीवन ही बदल जाता है और उसे कभी धन की कमी नहीं होती।
इस पौधे का नाम है क्रासुला
जो पौधा कुबेर जी को प्रिय है उसका नाम क्रासुला है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह पौधा बहुत शुभ एवं लाभकारी फल देने वाला होता है। इसे घर के आंगन में लगाना अच्छा माना गया है। इस पौधे को लकी ट्री, मनी ट्री, सकुलेंट्स, पुलाव का पौधा या फिर क्रासुला ओवाटा के नाम से भी जाना जाता है।
उत्तर दिशा में लगाएं
जब भी हम घर में कोई पौधा लगाएं तो उसे वास्तु के हिसाब से सही दिशा देखकर ही लगाना चाहिये। क्रासुला के पौधे को उत्तर दिशा में लगाया जाता है। तभी इसके शुभ परिणाम सामने आते हैं।
मिलती है विशेष कृपा
वास्तु के अनुसार जो भी व्यक्ति क्रासुला के पौधे को घर में लगाता है उस पर भगवान कुबेर जी की विशेष कृपा बरसती है। धार्मिक और वास्तु दोनों दृष्टियों से इस पौधे को लगाना हितकारी है।
धन की कमी नहीं होगी
ऐसा कहा जाता है कि जिसने भी सही दिशा में, सही ढंग से क्रासुला के पौधे को घर में लिया उसके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। इतना ही नहीं, उसके अटके हुए काम भी पूरे होने लगते हैं। घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है और परिवार के सदस्यों में भी मतभेद नहीं होते हैं।
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