Last Guru Pushya Nakshatra: साल 2024 का अंतिम गुरु पुष्य योग आज… खरीदी गई हर चीज अक्षय होगी, शुरू किए गए कार्य में मिलेगी सफलता
यह संपूर्णकालिक गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Nakshatra) है, जिसे अत्यधिक फलदायी माना जा रहा है। इस योग में रवि योग और अमृत सिद्धि योग का भी संयोग हो रहा है, जो इसे और भी उत्तम फलकारी बनाते हैं। यह दिन विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त है।
HIGHLIGHTS
- सूर्योदय से सूर्यास्त तक है गुरु पुष्य योग
- आज सोना खरीदने से मजबूत होगा गुरु
- मांगलिक कार्य करने के लिए उत्तम दिन
धर्म डेस्क, इंदौर (Guru Pushya Yog)। इस वर्ष का आखिरी गुरु पुष्य नक्षत्र 21 नवंबर, गुरुवार को है। मध्य प्रदेश में ग्वालियर के ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति में समय-समय पर कोई न कोई बदलाव होता रहता है। ऐसे में शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता रहता है।
ऐसे ही एक शुभ योग है, जिसे पुष्य नक्षत्र कहते हैं। गुरु पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है। इस पर शनि, बृहस्पति ग्रह और मां लक्ष्मी का शुभ प्रभाव रहता है। यही वजह है कि खरीदारी, मांगलिक कार्य करने के लिए पुष्य नक्षत्र बेहद शुभ फलदायी होता है।
आज खरीदें सोना, गुरु मजबूत होगा
- गुरु पुष्य नक्षत्र को लेकर मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई चीजें अक्षय होती है। अक्षय का अर्थ होता है, जिसका कभी क्षय ना हो। नए कार्य की शुरुआत करने से उसमें सफलता मिलती है।
- 21 नवंबर को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक गुरु पुष्य योग का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। क्योंकि सोने का संबंध गुरु ग्रह से होता है।
- इस दिन सोना खरीदकर लाने से आपकी कुंडली में गुरु मजबूत होता है। साल का आखिरी गुरु पुष्य योग कमाई के मामले में भी बहुत खास माना जा रहा है। जो बिजनेस शुरू करेंगे, वह प्रॉफिट देगा।
गुरु पुष्य पर शुभ मुहूर्त
गुरु पुष्य नक्षत्र पर 21 नवंबर को सुबह 6 बजकर 49 मिनट से दोपहर 3 बजकर 35 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा। इस दौरान मांगलिक कार्य और खरीदारी कर सकते हैं। गुरुवार के दिन होने के कारण इसे गुरु पुष्य योग कहा जाएगा।
इसके अलावा इस दिन रवि योग दोपहर 3:35 से 22 नवंबर को सुबह 6:50 तक रहेगा। इसके अलावा अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो सुबह 6:49 से दोपहर 3:35 तक रहेगा।
क्या-क्या खरीद सकते हैं
पीली धातु जैसे सोना, पीले अनाज, पीले वस्त्र, मांगलिक कार्यों के लिए सामान, धार्मिक सामग्री, पुस्तकें, साहित्य।
बने चार शुभ योग
- गुरु पुष्य योग
- रवि योग
- अमृत सिद्धि योग
- शुभ योग