Tulsi Ke Upay: सूखने लगे तुलसी का पौधा, तो जरूर करें ये उपाय, नहीं होगा नकारात्मक प्रभाव"/>

Tulsi Ke Upay: सूखने लगे तुलसी का पौधा, तो जरूर करें ये उपाय, नहीं होगा नकारात्मक प्रभाव

HIGHLIGHTS

  1. तुलसी के पौधे का सूखना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है।
  2. अगर तुलसी का पौधा हरा-भरा बना रहता है, तो यह शुभता का प्रतीक है।
  3. तुलसी के सूखने के बाद कुछ उपाय कर सकते हैं।

धर्म डेस्क, इंदौर। Tulsi Ke Upay: तुलसी का पौधा धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अलावा आयुर्वेद में भी तुलसी का बहुत महत्व है। अगर तुलसी का पौधा हरा-भरा बना रहता है, तो यह शुभता का प्रतीक है, लेकिन तुलसी के पौधे का सूखना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में खराब परिणाम न मिले इसके लिए आप तुलसी के सूखने के बाद कुछ उपाय कर सकते हैं।

तुलसी का पौधा सूखने पर करें ये काम

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी का पौधा सूख जाने के बाद भी उसकी पवित्रता खत्म नहीं होती है। ऐसी स्थिति में तुलसी के पौधे को पूरे सम्मान के साथ किसी पवित्र नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। तुलसी के बिना भगवान विष्णु का प्रसाद अधूरा माना जाता है। भगवान विष्णु को चढ़ाने के लिए सूखी तुलसी की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं।

तुलसी की जड़ के उपाय

अगर आपके घर में तुलसी का पौधा सूखा है, तो आप उसकी जड़ को लाल कपड़े में बांधकर अपने घर के मुख्य द्वार पर बांध सकते हैं। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। जिससे व्यक्ति को कभी भी धन से जुड़ी परेशानियां नहीं होती हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

सूखी हुई तुलसी के पौधे को विसर्जित करने के बाद उस स्थान पर नया पौधा लगा सकते हैं। अगर आप तुलसी का पौधा घर में लगाना चाहते हैं, तो गुरुवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है। इस बात का ध्यान रखें कि रविवार और एकादशी के दिन तुलसी के पौधे को पानी नहीं देना चाहिए और उसके पत्ते भी नहीं हटाने चाहिए।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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