महाकाल महालोक में 26 जनवरी से देख होगा भव्य लाइट एंड साउंड शो, तैयारियां तेज
मध्यप्रदेश की सरकार उज्जैन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, कला और गौरवशाली इतिहास को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में महाकाल महालोक में लगातार नए आकर्षण जोड़े जा रहे हैं। अब 26 जनवरी से यहां आने वाले भक्तों को एक नई अनुभूति होगी, जो उनको भगवान महाकाल की दिव्यता का अनुभव कराएगी।
HIGHLIGHTS
- रुद्र सागर में फव्वारे से बनी पानी की स्क्रीन पर दिखाई देगी भगवान शिव की महिमा।
- टीवी शो ‘चाणक्य’ के निर्देशक पद्मश्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने शो के लिए लिखी कहानी।
- कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने लाइट एंड साउंड शो की तैयारियां का जायजा लिया।
उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के नव विस्तारित क्षेत्र ‘श्री महाकाल महालोक’ अब और भी भव्य नजर आएगा। दो महीने बाद 26 जनवरी से सभी आम और खास नागरिक थ्रीडी इफेक्ट के साथ शानदार लाइट एंड साउंड शो देख पाएंगे।
वे रुद्र सागर में फव्वारे से बनी पानी की स्क्रीन पर भगवान शिव की महिमा और कमल तालाब में उज्जयिनी (परिवर्तित वर्तमान नाम उज्जैन) की गौरव गाथा देख-सुन पाएंगे। ये उज्जैन की छवि को विश्वभर में एक बार फिर लोकप्रिय करने का दुर्लभ अवसर होगा।
शो की कहानी और वीडियो तैयार
तैयारी स्वरूप टेलीविजन पर प्रसारित प्रसिद्ध धारावाहिक ‘चाणक्य’ के निर्देशक, अभिनेता एवं पटकथा लेखक पद्मश्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने शो के लिए कहानी लिखी है। कहानी अनुरूप लाइटिंग इफेक्ट् से प्रदर्शित किया जाने वाला वीडियो तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इस वीडियो को आवाज भी मिल जाएगी।
इसके लिए कथा वाचक के चयन की प्रक्रिया हो रही है। इधर, धरातल पर मशीनों की स्थापना का कार्य दिखाई देने लगा है। मंगलवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने लाइट एंड साउंड शो की तैयारियां देखीं। पर्यटन बोर्ड के कार्यपालन यंत्री विक्रम भारद्वाज को निर्देश दिए कि नए साल में शो प्रारंभ कराना है, इसलिए काम तेजी से कराएं।
यह भी जानिए
- लाइट एंड साउंड शो केवल रात में ही किया जाएगा। एक शो करीब 20 मिनट का होगा।
- कमल तालाब में शो देखने के लिए लोगों को निर्धारित किया गया शुल्क चुकाना पड़ेगा।
- दावा है कि शो देखने के लिए श्रद्धालु यहां रुकेंगे और तड़के भस्म आरती में शामिल होंगे।
- रूद्र सागर पर बन रहे पैदल पुल पर खड़े होकर दोनों शो देखे जा सकेंगे, जो रोमांचक होंगे।
- पुल पर खड़े होने वाले श्रद्धालुओं को धूप और बरसात से बचाने को कैनोपी लगाई जाएगी।
- रुद्रसागर में चलने वाला शो पूरी तरह से फ्री होगा। वहां आकर्षक लाइट भी लगाई जाएगी।
नए आकर्षण जो रही है सरकार
मालूम हो कि मध्यप्रदेश की सरकार महाकाल महालोक में लगातार नए आकर्षण जोड़ रही है। उज्जैन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, कला और गौरवशाली इतिहास को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
भव्य शैल चित्र और मूर्तियों की स्थापना के बाद अब यहां रुद्र सागर में फव्वारे से पानी की स्क्रीन तैयार की गई है। इसी पर भगवान शिव के प्राकट्य और उज्जयिनी की गौरव गाथा, कमल तालाब में थ्रीडी इफेक्ट के साथ लाइट एंड साउंड शो दिखाने-सुनाने की तैयारी की जा रही है।
32 करोड़ रुपये किए जा रहे खर्च
इस कार्य को करने के लिए 32 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। 28 करोड़ रुपये में योजना के क्रियान्वयन एवं संचालन की जिम्मेदारी पर्यटन बोर्ड ने नई दिल्ली की सीएस डायरेक्टर कंपनी को दे रखी है। गौरतलब है कि इसके पहले सरकार, उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी के माध्यम से महाकाल महालोक परियोजना अंतर्गत लगभग 700 करोड़ रुपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण दो चरणों में कर चुकी है।
पहले चरण में हुए 351 करोड़ 55 लाख रुपये के कार्यों का लोकार्पण 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में हुआ था। दूसरे चरण में 6 अक्टूबर 2023 को शिखर दर्शन योजना, इमरजेंसी इंट्री-एक्जिट परियोजना, नीलकंठ वन, बेसमेंट पार्किंग, महाराजवाड़ा भवन उन्नयन परियोजना का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में हुआ था।
दूसरे चरण अंतर्गत शेष छोटा रुद्रसागर पर पैदल पुल बनाने का काम अब भी जारी है। पुल का निर्माण अगले माह पूर्ण होने की उम्मीद जताई गई है।