सपने में उड़ना किस बात का संकेत, जानें ‘सपनों की दुनिया का रहस्य’

ज्योतिष शास्त्र में सपनों को विशेष महत्व है। उड़ता हुआ देखना शुभ माना जाता है, जो तरक्की और स्वतंत्रता का संकेत है। आकाश में उड़ना सफलता की यात्रा का प्रतीक है। आइये जानते हैं सपने से जुड़े कुछ खास तथ्य।

HIGHLIGHTS

  1. इंसान सोते समय कई तरह के सपने देखता है
  2. सपने में उड़ना तरक्की की संभावना दर्शाता है
  3. सपने में उड़ना स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है

धर्म डेस्क, इंदौर। ज्योतिष शास्त्र में सपनों को भी महत्व दिया जाता है। हर इंसान सोते समय कभी न कभी सपने देखता ही है। इसको लेकर विज्ञान की अपनी अलग अवधारणा है लेकिन, शास्त्र में हर सपने का खास अर्थ और अलग संकेत बताया गया है। शास्त्रों में हर सपने का अलग मतलब समझाया गया है। कुछ सपने अशुभ होते हैं तो कुछ सपनों को देखना अच्छा माना जाता है। ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा के अनुसार कुछ ऐसे सपनों के बारे में बताते हैं, जिनको देखना बेहद शुभ माना जाता है।

खुद को उड़ता हुआ देखना

स्वप्न में यदि आप स्वयं को उड़ता हुआ देखते हैं तो यह शुभ माना जाता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, इसका अर्थ है कि आप जल्द ही तरक्की करने वाले हैं। सपने में उड़ना स्वतंत्रता और मुक्ति का प्रतीक है। यह आपके जागने वाले जीवन में सीमाओं या बाधाओं से मुक्त होने की इच्छा का प्रतिनिधित्व कर सकता है।

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आकाश में उड़ना माना जाता है कि आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं, जहां आपको ,सफलता मिल सकती है। उड़ना व्यापार में तरक्की का भी संकेत समझा जाता है। अगर आप उड़ते हुए गिरते हैं तो इसका नाकारात्मक प्रभाव माना जाता है कि, आपके काम में अड़चन आ सकती है।

सपने पर वैज्ञानिकों की अवधारणा

सपने आने के वैज्ञानिकों, मनोविज्ञानियों की कई अवधारणाएं और अलग-अलग तर्क है। सामान्य तौर पर सपने को वैज्ञानिक दिमाग की उपजी कल्पना मानते हैं।

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डरावने सपने

सपने अच्छा महसूस कराने के साथ-साथ ये डरावने भी होते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि आदमी जागते हुए किसी कठिन समस्या से गुजरा रहा है, चाहे वह करियर हो, नई नौकरी हो, ब्रेकअप हो या किसी प्रियजन की मृत्यु हो, तो यह रात में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है। यह भी बुरे सपने का कारण हो सकता है।

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Disclaimer: ‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं, तथा सामान्य वैज्ञानिक अवधारणाओं को सम्मिलित किया गया है। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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