Ahilya Path Indore: इंदौर में अहिल्या पथ योजना की जमीन को छोड़कर आठ गांवों में बाकी नक्शे हो सकेंगे पास

इंदौर में अहिल्या पथ शहर से लगे बरदरी, रेवती, लिंबोदागारी, बड़ा बांगड़दा, बूढानिया, पालाखेड़ी, जंबूडी हप्सी और रिजलाय गांव से होकर गुजरेगा। इससे इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। उधर किसान इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुश्तैनी और खेती की जमीन योजना के लिए नहीं देंगे। पहले योजना के कारण कई किसानों को परेशान होना पड़ा है। सालों तक किसानों को विकसित भूखंड नहीं मिलते।

HIGHLIGHTS

  1. 15 किलोमीटर लंबी बनना है अहिल्या पथ सड़क।
  2. 75 मीटर चौड़ी सड़क ग्रीन थीम पर बनाई जाएगी।
  3. 50 प्रतिशत विकसित भूखंड भूस्वामी को दिए जाएंगे।

 इंदौर(Ahilya Path Indore)। इंदौर के पश्चिम क्षेत्र में आठ गांवों की जमीनों पर 15 किलोमीटर लंबी आधुनिक अहिल्या पथ सड़क बनाई जाएगी। इसके साथ ही आसपास की जमीनों पर प्राधिकरण पांच योजनाएं भी विकसित करेगा। योजना को अंतिम रूप देने के बाद अब आठ गांवों की जमीनों के नक्शों और विकास अनुमति पर लगी रोक को हटा लिया गया है।

योजना में चिह्नित जमीन को छोड़कर अन्य जमीनों पर नक्शे पास कराए जा सकेंगे। इसके बाद पूरे क्षेत्र में योजना के आसपास तेजी से कई कॉलोनियां विकसित हो सकेंगी और पूरे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।

रोक लगा दी गई थी

इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा अहिल्या पथ सड़क और पांच योजनाएं विकसित करने के प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है। योजना का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखने के साथ ही आठ गांवों के खसरों पर नक्शे स्वीकृति और विकास अनुमति पर रोक लगा दी गई थी।

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तेजी से होगा क्षेत्र का विकास

योजना को अंतिम रूप देने के बाद चिह्नित जमीन को छोड़कर अन्य जमीन पर लगी नक्शे और विकास अनुमति की रोक को हटा लिया गया है। योजना के साथ आठ गांवों रिजलाय, जंबूडी हप्सी, पालाखेड़ी, बूढ़ानिया, बड़ा बांगड़दा, लिंबोदागारी, रेवती और बरदरी क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। आईडीए की योजनाओं के आसपास कई कॉलोनियां विकसित होंगी।

प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आरपी अहिरवार का कहना है कि प्राधिकरण द्वारा संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश को योजना में सम्मिलित भूमि के अतिरिक्त आसपास की भूमि पर अभिन्यास स्वीकृति करने में अनापत्ति प्रदर्शित करने का एक पत्र भेजा गया है। इससे अब योजना से लगी भूमि के अभिन्यास भू-धारक स्वीकृत करा सकेंगे।

1170.90 हेक्टेयर जमीन पर विकसित होंगी योजनाएं

प्राधिकरण द्वारा 1170.90 हेक्टेयर जमीन पर पांच योजनाएं विकसित की जाएंगी और 15 किमी लंबी सड़क बनाई जाएगी। यह सड़क 75 मीटर चौड़ी और ग्रीन थीम पर बनेगी। इसके लिए आठ गांवों की जमीन अधिग्रहित कर भूस्वामी को 50 प्रतिशत विकसित भूखंड दिए जाएंगे। योजनाओं में विकास के कार्य प्राधिकरण द्वारा किए जाएंगे। प्राधिकरण सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य कार्य पूरे करेगा।

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तीन साल में बनेगी सड़क

अहिल्या पथ सड़क का निर्माण करने की समय सीमा पांच वर्ष है, लेकिन प्राधिकरण तीन साल में सड़क का निर्माण पूरा करेगा। इसके बनने से धार से उज्जैन जाने वाले वाहनों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। धार से आने वाले वाहन रिजलाय से होते हुए सीधे उज्जैन रोड पहुंच जाएंगे। वहीं देपालपुर क्षेत्र में भी तेजी से विकास होगा।

पांच योजनाओं की स्थिति

रिजलाय से ग्राम रेवती उज्जैन रोड तक आठ गांवों की जमीन से अहिल्या पथ सड़क गुजरेगी। 15 किमी लंबी सड़क के दोनों तरफ पांच योजनाएं विकसित होंगी।

  • अहिल्या पथ- 1 – अहिल्या पथ सड़क के 2.90 किमी में रिजलाय, नैनोद, जंबूड़ी हप्सी ग्राम की जमीन पर योजना विकसित होगी।
  • अहिल्या पथ- 2 – सड़क के 3.42 किमी हिस्से में बूढ़ानिया, बड़ा बांगड़दा, जंबूड़ी हप्सी व पालाखेड़ी गांव की जमीन पर विकसित होगी।
  • अहिल्या पथ- 3 – सड़क के 2.48 किमी में पालाखेड़ी, बूढ़ानिया, बड़ा बांगड़दा गांव की जमीन पर विकसित होगी।
  • अहिल्या पथ- 4 – सड़क के 2.94 किमी में पालाखेड़ी, लिंबोदा गारी व बड़ा बांगड़दा गांव की जमीन पर विकसित होगी।
  • अहिल्या पथ -4 – सड़क के 3.28 किमी हिस्से में भौंरासला, लिंबोदा गारी, रेवती व बरदरी गांव की जमीन पर विकसित होगी।

अहिल्या पथ के विरोध में किसान सुपर कॉरिडोर पर देंगे धरना

इधर अहिल्या पथ योजना के विरोध में किसान बड़ा बांगड़दा चौराहा सुपर कॉरिडोर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। सुबह 10 से एक बजे तक होने वाले प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे। योजना में आठ गांवों की हजारों हेक्टेयर जमीन अधिगृहित की जानी है, जबकि किसान इस योजना का विरोध कर रहे हैं।

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