जबलपुर में एनटीइटी की आवेदन प्रक्रिया आरंभ…उत्तीर्ण होने वाले बनेंगे चिकित्सा शिक्षक, इन्हें मिलेगी छूट
देश सात सौ अधिक आयुष कालेज हैं। मात्र आयुर्वेद कालेजों की संख्या ही पांच सौ है। जहां, पढ़ाने की पात्रता के लिए लगभग पांच हजार आयुष स्नातकोत्तर उम्मीदवारों के परीक्षा में सम्मिलित होने की संभावना है। यह परीक्षा दो घंटे की होगी। उत्तीर्ण उम्मीदवार को 10 वर्ष तक के लिए शिक्षक की पात्रता देने की संभावना है। परीक्षा हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम में हो सकती है।
HIGHLIGHTS
- एनसीआइएसएम की आयुष कालेजों के लिए नई व्यवस्था।
- एनटीए ने 14 अक्टूबर अंतिम तिथि निर्धारित किया गया।
- बीटेक में प्रवेश के लिए द्वितीय काउंसलिग तिथि 27 तक।
जबलपुर (Jabalpur News)। आयुष कालेजों में अध्यापन के लिए शिक्षकों की पात्रता निर्धारित करने वाले नेशनल टीचर एंट्रेंस टेस्ट (एनटीइटी) की आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) आयोजित करेगी। आयुष स्नातकोत्तर डिग्रीधारी आवेदन कर सकते है।
भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (एनसीआइएसएम) ने आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी पैथी में शिक्षण-प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सत्र 2024-25 से नई व्यवस्था प्रस्तावित की है। आयुष कालेजों में शिक्षक बनने के लिए एनटीइटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया है। आयुष में स्नातकोत्तर डिग्री कर चुके छात्र-छात्रा, परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। यह परीक्षा पहली बार आयोजित की जा रही है। इसे प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है।
जिनके पास पूर्व से कोड, उन्हें छूट
आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. राकेश पांडेय ने बताया कि चिकित्सा शिक्षक बनने के इच्छुक नवीन स्नातकोत्तर उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए एनटीइटी अनिवार्य है। पुराने चिकित्सा शिक्षक जिन्हें सीसीआइएम अथवा एनसीआइएमएस ने टीचर कोर्ड जारी कर दिया है, उन्हें एनटीइटी से छूट है। सरकारी के साथ ही निजी कालेजों में शिक्षक बनने के लिए अब एनटीइटी उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा।
- परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर है।
- शुल्क का डिजिटल भुगतान 15 अक्टूबर तक स्वीकार्य होगा।
- आवेदन में संशोधन 16 और 17 अक्टूबर को कर सकेंगे।
- परीक्षा के कार्यक्रम की तिथि बाद में घोषित की जाएगी।
- शिक्षक बनने के लिए अब एनटीइटी उत्तीर्ण करना आवश्यक।
पांच हजार उम्मीदवार हो सकते हैं सम्मिलित
देश सात सौ अधिक आयुष कालेज हैं। मात्र आयुर्वेद कालेजों की संख्या ही पांच सौ है। जहां, पढ़ाने की पात्रता के लिए लगभग पांच हजार आयुष स्नातकोत्तर उम्मीदवारों के परीक्षा में सम्मिलित होने की संभावना है। यह परीक्षा दो घंटे की होगी। उत्तीर्ण उम्मीदवार को 10 वर्ष तक के लिए शिक्षक की पात्रता दिए जाने की संभावना है। परीक्षा को हिंदी एवं अंग्रेजी, दोनों माध्यम में कराया जा सकता है।
बीटेक में प्रवेश के लिए द्वितीय काउंसलिग तिथि 27 सितम्बर तक
वर्तमान सत्र से बीटेक (कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग) प्रारंभ कर चुका है। जिसमें प्रवेश हेतु द्वितीय काउंसलिग की तिथि दिनांक 27 सितम्बर 2024 तक है। कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा एवं विभागाध्यक्ष गणित एवं कम्प्यूटर साइंस प्रो.जेके मैत्रा ने बताया कि पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। पाठ्यक्रम से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं।
अन्य ब्रांच के पाठ्यक्रम भी आने वाले वर्षो में प्रारंभ किए जाएगी
इंजीनियरिंग की अन्य ब्रांच के पाठ्यक्रम भी आने वाले वर्षो में प्रारंभ किए जाएगी। आइआइआइटीडीएम, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञों को पाठ्यक्रम एवं कैरियर के संबंध में मार्गदर्शन हेतु समय-समय पर आमंत्रित किया जायेगा। भविष्य में इंजीनियरिंग का पृथक परिसर निर्मित किया जायेगा। इसके साथ ही डिग्री पाठ्यक्रम-बीकाम (रिटेल आपरेशन्स), बीेकाम(बैंकिंग एण्ड फाइनेंसियल सर्विसेस एण्ड इन्श्योरेन्स), बी एससी आनर्स (एविएसन) एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम-एयरलाइन कस्टमर सर्विस एक्जिक्यूटिव भी सत्र 2024-25 से प्रारंभ किए जा रहे हैं।