NEET PG परीक्षा को स्थगित करने की हुई मांग, डॉक्टर्स बोले- अगर परीक्षा स्थगित नहीं हुई तो सरेंडर करेंगे डिग्री
NEET UG के बाद अब NEET PG परीक्षा को भी स्थगित करने की मांग हो रही है। NEET PG परीक्षा को स्थगित करने की मांग को लेकर छात्र सोशल मीडिया पर आवाज उठा रहे हैं। हजारों डॉक्टरों ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET PG 2022) परीक्षा में बैठने पर अपनी शिकायतों को साझा किया।
पत्र में डॉक्टरों ने उल्लेख किया है, ”अगर NEET PG 2022 की परीक्षा 21 मई को होगी, तो डॉक्टरों के पास राष्ट्रपति भवन में भारत सरकार को अपनी प्रतिष्ठित मेडिकल डिग्री सरेंडर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
इसमें आगे कहा गया, ”तात्कालिक समय में COVID योद्धाओं के लिए सहानुभूति या करुणा दिखाने वाला कोई नहीं है। हमें NMC (नेशनल मेडिकल काउंसिल) और NBE (नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन) द्वारा उनके कुप्रबंधन के कारण लगातार मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। कभी भी हमारी गलती नहीं रही है, लेकिन एनएमसी और एनबीई जैसे निकायों के कारण हम इन सभी परिणामों का सामना कर रहे हैं।”
पत्र में कहा गया, ”डॉक्टरों ने NEET PG 2022 परीक्षा की तैयारी के लिए अपर्याप्त अंतराल की ओर इशारा किया, क्योंकि NEET PG 2021 की काउंसलिंग 3 मई को समाप्त होने वाली है और कुछ राज्यों में यह इसके बाद से शुरू होगी। एनएमसी की नीति के अनुसार एक सत्र की काउंसलिंग और अगली परीक्षा के बीच पर्याप्त अंतर होना चाहिए। लेकिन इस साल अखिल भारतीय काउंसलिंग 3 मई, 2022 तक समाप्त हो जाएगी और राज्य काउंसलिंग बाद में शुरू होगी जो मध्य या मई तक चल सकती है। परीक्षा ऑल इंडिया काउंसलिंग के पूरा होने के कुछ ही दिनों बाद 21 मई को निर्धारित है जो कि सही नहीं है।”
NEET PG 2022 के लिए आवेदन कर चुके डॉक्टरों ने लिखा, “परीक्षा और काउंसलिंग के बीच बेहद कम समय के अंतराल के कारण हम इस दुविधा में हैं कि हमें काउंसलिंग में शामिल होना चाहिए या परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। साथ ही इस साल MCC द्वारा काउंसलिंग शेड्यूल को लगभग 7 बार बदला गया। मॉप अप राउंड को भी ऑल इंडिया और राज्य दोनों स्तरों पर रद्द कर दिया गया था। हम परीक्षा निकायों द्वारा पैदा की गई इन अनिश्चितताओं के बीच कैसे अध्ययन कर सकते हैं?”
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