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Shukra Grah Upay: शुक्र ग्रह कमजोर होने पर घट जाती है सुंदरता, ऐसे करें मजबूत

शुक्र ग्रह को सुंदरता का कारक माना जाता है। शुक्र यदि कमजोर हो तो सुंदरता घट जाती है। यदि कुछ उपाय किए जाए जो शुक्र ग्रह काे कुंडली में मजबूत किया जा सकता है।

HIGHLIGHTS

  1. सुंदरता का कारक माना गया है शुक्र ग्रह
  2. शुक्र ग्रह के मजबूत होने से आती है सुंदरता
  3. कुछ उपाय से मजबूत हो सकता है शुक्र ग्रह

Shukra Grah Upay धर्म डेस्क, इंदौर। ज्‍योतिष शास्‍त्र में नव ग्रहों का विशेष स्थान दिया गया है। प्रत्येक ग्रह के अपने अलग-अलग कारक होते हैं। साथ ही ग्रहों का जातकों के जीवन में भी अलग-अलग असर पड़ता है। शुक्र ग्रह का भी ज्योतिष में विशेष महत्व बताया गया है। शुक्र कमजोर हो, तो आंखों में परेशानी होने लगती है। साथ ही मधुमेह की बीमारी हो सकती है।

इंदौर के ज्योतिषाचार्य हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार, शुक्र ग्रह को महिलाओं के लिए काफी शुभ माना गया है। इस ग्रह को महिलाओं की सुंदरता से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है कि जिस महिला की कुंडली में शुक्र शुभ होता है, वे काफी सुंदर होती हैं। वहीं जब शुक्र कमजोर हो तो इसका शरीर पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। यहां आपको बताते हैं शुक्र कमजोर होने के क्या संकेत है और इसे कैसे मजबूत किया जा सकता है।
 

शुक्र कमजोर होने के क्‍या संकेत हैं

  • चेहरे पर मुंहासों का अचानक निकलना शुक्र के कमजोर होने का संकेत माना जाता है।
  • चेहरे पर इंफेक्शन भी शुक्र कमजोर होने का संकेत है।

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ऐसे मजबूत करें शुक्र ग्रह

    • शुक्रवार के दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए
    • सफेद रंग की वस्तुओं का दान करना शुभ होता है
    • शुक्र यंत्र को घर में स्थापित करना चाहिए
    • सफेद गाय को चारा खिलाने से शुक्र के प्रकोप से मुक्ति मिलती है
    • केमिकल वाले परफ्यूम की जगह प्राकृतिक महक वाले इत्र का इस्तेमाल करना चाहिए
    • गंदे और फटे-पुराने कपड़े पहनने से शुक्र ग्रह अशुभ फल देता है। ऐसे में इस तरह के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 
 

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