Chanakya Niti: ये 3 तरह के लोग जीवन भर रहते हैं धनी, हमेशा मिलती है सफलता
धर्म शास्त्रों की मानें तो व्यक्ति को कर्मों के अनुसार फल प्राप्त होता है। कई अवसर पर पूर्वजन्मों एवं पूर्वजों के आशीर्वाद से भी विशेष फल प्राप्त होता है। ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में ग्रह स्थिति अनुकूल न होने पर जातक को जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। आचार्य चाणक्य ने भी नीति शास्त्र (Chanakya Niti) में कर्म को वरीयता दी है।
HIGHLIGHTS
- चन्द्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी।
- तत्कालीन समय में आचार्य चाणक्य मगध के प्रधानमंत्री थे।
- आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र की रचना की है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। सामान्य व्यक्ति भी चाणक्य की नीतियों का पालन कर अपने जीवन में सफल हो सकता है। आचार्य चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के समकालीन थे। उन्होंने नंद वंश के पतन में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं, अखंड भारत के निर्माण में भी चाणक्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इतिहासकारों की मानें तो आचर्य चाणक्य की नीतियों के चलते मौर्य साम्राज्य ने लंबे समय तक मगध पर राज किया। आचार्य चाणक्य ने कई महत्वपूर्ण रचना की है। इनमें नीति शास्त्र बेहद प्रसिद्ध है। आचार्य चाणक्य अपनी रचना नीति शास्त्र में कहते हैं कि तीन तरह के लोग धरती पर स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति करते हैं। अपने जीवन में हमेशा तरक्की करते हैं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-