काम की खबर: पास आ गया ITR भरने का समय, जानें क्यों जरूरी होता है Form-16
HIGHLIGHTS
- Form-16 वास्तव में TDS Certificate का ही काम करता है।
- सभी कंपनियों को अपने कर्मचारी के लिए तय समय सीमा की अंदर फॉर्म-16 जारी करना जरूरी होता है।
- कंपनियों को हर साल 15 जून से पहले कंपनियों को यह फॉर्म जारी करना होता है।
बिजनेस डेस्क, इंदौर। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने का समय करीब आ गया है और यदि आपके खाते में भी हर माह सैलरी जमा होती है तो ऐसे में आपके लिए Form-16 भरना बेहद जरूरी होता है। आयकर मामलों में Form-16 का क्या महत्व है और इसे भरना क्यों जरूरी है, इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं टैक्स सलाहकार अभिषेक मलतारे।
क्या होता है Form 16
फॉर्म-16 में कंपनी अपने यहां काम करने वाले कर्मचारी की सैलरी में काटे गए टैक्स और टैक्स छूट का विस्तार से विवरण होता है। Form-16 भी दो हिस्सों में होता है। इसके पार्ट-A में वित्त वर्ष में काटे गए TDS की जानकारी के साथ कर्मचारी का पैन और कंपनी का टैन नंबर दिया होता है। वहीं दूसरी ओर Form-16 के पार्ट-B में कर्मचारी की सैलरी, अलाउंस, HRA और स्पेशल अलाउंस की जानकारी होती है।
क्यों जरूरी है Form-16
अभिषेक मलतारे के मुताबिक, Form-16 वास्तव में TDS Certificate का ही काम करता है। आयकर नियमों के मुताबिक, सभी कंपनियों को अपने कर्मचारी के लिए तय समय सीमा की अंदर फॉर्म-16 जारी करना जरूरी होता है। नियमों के मुताबिक, कंपनियों को हर साल 15 जून से पहले कंपनियों को यह फॉर्म जारी करना होता है। Form-16 ऐसे कर्मचारियों को जारी किया जाता है, जो बीते कारोबारी साल में काम कर चुका है।