भारत-कनाडा विवाद के बीच महिंद्रा एंड महिंद्रा की कनाडा स्थित सहयोगी कंपनी ने समेटा कारोबार
भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। कनाडा सरकार के खालिस्तानी आतंकियों को समर्थन देने को लेकर दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। इसका असर कारोबार पर भी पड़ सकता है।
India-Canada Tension: भारत औक कनाडा के बीच बढ़ते तनाव का असर कारोबार पर भी दिखने लगा है। महिंद्रा एंड महिंद्रा की कनाडा स्थित सहयोगी कंपनी रेसन एयरोस्पेस कॉरपोरेशन ने अपना संचालन बंद कर दिया है। देश की जानी-मानी वाहन निर्माता कंपनी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा में रेसन एयरोस्पेस कॉरपोरेशन की 11.18% हिस्सेदारी थी। कंपनी से स्वैच्छिक रूप से अपना संचालन बंद करने के लिए आवेदन किया था। मंजूरी के साथ ही 20 सितंबर 2023 से यह महिंद्रा एंड महिंद्रा का सहयोगी नहीं है।
शेयर बाजार पर असर
महिंद्रा के इस एलान के बाद निवेशकों में हड़कंप मच गया। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर गुरुवार को 3% से अधिक टूट गए और 1,584.85 रुपये पर पहुंच गए। हालांकि, अगर पिछले पांच सालों की बात करें तो महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में 65% तक की तेजी आई है। शुरुआती दिनों में इसे मामूली गिरावट माना जा रहा है। लेकिन विवाद बढ़ने के साथ ही बाजार पर इसका असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
भारतीय कंपनियों में भारी निवेश
उधर, भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। कनाडा सरकार के खालिस्तानी आतंकियों को समर्थन देने को लेकर दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। इसका असर कारोबार पर भी पड़ सकता है। बता दें कि कनाडा के बड़े पेंशन फंड्स ने भारत में भारी निवेश किया है। अगस्त तक यह निवेश 1.77 लाख करोड़ रुपये था।कनाडा के सबसे बड़े पेंशन फंड CPPIB ने भारत की कई लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इनमें कोटक महिंद्रा बैंक, ब्लिंकिट, जोमैटो, पेटीएम, नायका, इंडस टावर, विप्रो, इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।