Holi 2024 Upay: होली पर करें गुलाल से जुड़ा ये उपाय, परिवार में बना रहेगा प्रेम"/>

Holi 2024 Upay: होली पर करें गुलाल से जुड़ा ये उपाय, परिवार में बना रहेगा प्रेम

HIGHLIGHTS

  1. इस दिन लोग सभी गिले-शिकवे भूल जाते है।
  2. होली के दिन सबसे पहले अपने इष्ट देव को गुलाल चढ़ाना चाहिए।
  3. होली के त्योहार के दिन घर के मुख्य द्वार पर थोड़ा-सा गुलाल डालें।

धर्म डेस्क, इंदौर। Holi 2024 Upay: होली का त्योहार हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। होली सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। एक-दूसरे को रंग लगाकर इस दिन लोग सभी गिले-शिकवे भूल जाते हैं। धार्मिक दृष्टि के अलावा ज्योतिषीय दृष्टि से भी होली को विशेष महत्व दिया गया है। ऐसे में आप होली के दिन कुछ खास उपाय करें, तो परिवार में सुख-समृद्धि आती है।

सुख-समृद्धि के लिए

होली के दिन सबसे पहले अपने इष्ट देव को गुलाल चढ़ाना चाहिए और फिर अन्य लोगों के साथ होली खेलनी चाहिए। इस उपाय को करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इससे घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। लंबे समय से अटके हुए काम भी पूरे होने लगते हैं।

मधुर संबंध बनेंगे

होलिका दहन से एक दिन पहले गुलाल को काले कपड़े पर रखकर उसकी एक पोटली बना लें और अपने पलंग के नीचे रख दें। अगले दिन इस पोटली को होलिका दहन की अग्नि में डाल दें। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच रिश्ता मधुर होने लगता है और खटास दूर हो जाती है।

रिश्ता होगा मजबूत

इसके अलावा रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए होली के दिन पति-पत्नी को गाय के चरणों पर गुलाल छिड़कना चाहिए और उसे गुड़ और रोटी खिलानी चाहिए। इससे गौ माता की कृपा बनी रहती है।

आर्थिक लाभ

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होली के त्योहार के दिन घर के मुख्य द्वार पर थोड़ा-सा गुलाल डालें। साथ ही मुख्य द्वार पर दो मुखी दीपक जलाएं। इस उपाय को को करने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। आय में भी बढ़ोतरी होती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button