Guru Grah Upay: कुंडली में देवगुरु बृहस्पति की स्थिति कमजोर है तो रोज इन 5 मंत्रों का जरूर करें जाप
HIGHLIGHTS
- Guru Grah को ज्योतिष में काफी शुभ माना जाता है।
- किसी जातक की लग्न कुंडली में यदि गुरु ग्रह प्रबल स्थिति में होते हैं तो उसका जीवन संवर जाता है।
- देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों को जाप गुरुवार को जरूर करना चाहिए।
धर्म डेस्क, इंदौर। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को काफी ज्यादा प्रभावकारी ग्रह माना गया है। Guru Grah को ज्योतिष में काफी शुभ माना जाता है और किसी जातक की लग्न कुंडली में यदि गुरु ग्रह प्रबल स्थिति में होते हैं तो उसका जीवन संवर जाता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, कुंडली में यदि गुरु ग्रह की स्थित मजबूत नहीं है तो देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों को जाप गुरुवार को जरूर करना चाहिए। इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में सभी दुख दूर हो जाते हैं और परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
विष्णु रूप पूजन मंत्र
शांताकारम भुजङ्गशयनम पद्मनाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम।
ॐ नमोः नारायणाय नमः। ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः।
विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
विष्णु कृष्ण अवतार मंत्र
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
विष्णु जी के बीज मंत्र
ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नम:।
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