ICC Under-19 World Cup: अंडर-19 विश्व कप में मध्य प्रदेश के सौम्य पांडे का डंका, प्रतिभाओं से भरा है इनका परिवार, पढ़िए प्रोफाइल
HIGHLIGHTS
- मप्र के सीधी के रहने वाले हैं सौम्य पांडेय
- जोहान्सवर्ग में अंडर 19 विश्व कप में कर रहे हैं प्रतिनिधित्व
- स्पिन गेंदबाजी से कर रहे हैं बेहतरीन प्रदर्शन
स्पोर्ट्स डेस्क, इंदौर। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में खेले जा रहे अंडर-19 विश्व कप में मध्य प्रदेश के सौम्य पांडेय ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। विश्व कप के ताजा मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 214 रनों से हराया। इसमें सौम्य पांडेय ने 4 विकेट चटकाए, जिस पर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने उन्हें बधाई दी है। मध्य प्रदेश के छोटे से जिले से निकलकर विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाले वाले सौम्य के परिवार में प्रतिभा की परपंरा रही है। आइये जानते हैं इस खिलाड़ी और इसके परिवार के बारे में।
बैट पकड़ने की स्टाइल से हुई परख
उनके चाचा अखिलेश पाण्डेय ने बताया कि जब सौम्य पाण्डेय छ: वर्ष के थे तो मेरे साथ सीधी आया और नये बैट लेने का जिद करने लगा तो मैं उसे एमपी स्पोर्ट्स ले गया तो बैट चयन करने लगा। उसकी बैट पकड़ने की स्टाइल को देखकर एमपी स्पोर्ट्स के संचालक प्रवीण द्विवेदी ने कहा कि पाण्डेय जी इस बालक क्रिकेट के प्रति काफी रूचि है। यह इस क्षेत्र में काफी आगे जायेगा। प्रवीण द्विवेदी इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने सौम्य पाण्डेय को बैट और बाल स्वयं गिफ्ट कर दिया।
बचपन से ही क्रिकेट के प्रति ललक
सीधी जिले के रहने वाले सौम्य के मन में बचपन से ही क्रिकेट के प्रति ललक थी। सौम्य अब तक दुबई, भारत से एशिया कप, ट्राई सीरीज के कप्तान, मध्य प्रदेश 19 के कप्तान, मध्य प्रदेश रणजी ट्रॉफी एवं रीवा संभाग के संभागीय कप्तान रह चुके हैं। जिले का नाम रोशन करने वाले सौम्य पाण्डेय पहले राष्ट्रीय क्रिकेटर बने हैं। चाचा अखिलेश पाण्डेय ने बताया कि वह हमें सुबह-सुबह उठा कर बालिंग करता था और जब भी टीवी में क्रिकेट मैच चलता था तो अकेले ही देखता रहता। वह टीवी में सिर्फ क्रिकेट मैच ही देखता था। हमारे परिवार का हर व्यक्ति सौम्य का भरपूर सहयोग करता था।
बांए हाथ से करते हैं स्पिन गेंदबाजी
रीवा के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 की टीम की ओर से खेलते हुए अंतर स्कूल क्रिकेट प्रतियोगिता के माध्यम से सौम्य ने क्रिकेट क्षेत्र में कदम रखा और लगन के दम पर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। बाएं हाथ से बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी करने वाले सौम्य पाण्डेय की प्रतिभा को पहचानकर उसे तराशा रीवा डिवीजन के कोच एरिल एंथोनी ने। जिसके बाद सौम्य ने सफलता की सीढ़ियों पर एक-एक कर कदम रखा।
अंडर 16 में राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था चयन
मध्य प्रदेश की 16 वर्ष से कम आयु की टीम से खेलते हुए सौम्य ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्शाई। जब उन्होने भारत के विभिन्न राज्यों के खिलाफ खेलते हुए मध्य प्रदेश की ओर से सर्वाधिक विकेट लिए। उसके बाद उन्हें प्रदेश की अंडर-19 टीम में भी शामिल किया गया। इस वर्ष बीसीसीआई की स्व. बीनू मांकड़ प्रतियोगिता हेतु मध्य प्रदेश के कप्तान भी बनाए गए।
सफलता का सफर
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उनके द्वारा लगातार किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रभावित होकर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा चैलेंजर ट्रॉफी हेतु भी उन्हें इंडिया ए-टीम का कप्तान बनाया गया। उसके बाद अभी विजयवाड़ा में खेली गई अंतर्राष्टीय चतुष्कोंणीय श्रृंखला के लिए भारत ए टीम का भी कप्तान बनाया गया है। चतुष्कोंणीय श्रृंखला में अभी तक सौम्य ने 11 विकेट हांसिल किए हैं। जिससे प्रभावित होकर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें भारत की राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया है।
परिवार में प्रतिभाओं की कमी नहीं
सौम्य पाण्डेय के परिवार में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। जहां एक ओर सौम्य पाण्डेय क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में तो वहीं उनकी छोटी बहन मान्या पाण्डेय लोकगीत के क्षेत्र में विंध्य और सीधी जिले का नाम रोशन कर अपने परिवार का गौरवान्वित कर रहे हैं। सौम्य के बाबा लक्ष्मीकांत पाण्डेय रिटायर वरिष्ट कृषि विकास अधिकारी हैं। उनके पिता कृष्णकुमार पाण्डेय हायर सेकेण्ड्री स्कूल भरतपुर में व्याख्याता एवं माता शर्मिला पाण्डेय शिक्षिका हैं। वे देश की सबसे छोटी लोकगायिका मान्या पाण्डेय के बड़े भाई एवं जिले के समाज सेवी अखिलेश पाण्डेय व पूर्व कृषि समिति अध्यक्ष जिला पंचायत सीधी आराधना पाण्डेय एवं सीमा पाण्डेय सभापति कृषि स्थाई समिति जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के भतीजे हैं।
सेन्ट्रल स्कूल रीवा से ग्रहण की शिक्षा
जिले का होनहार क्रिकेट खिलाड़ी सौम्य पाण्डेय तहसील रामपुर नैकिन के ग्राम भरतपुर के पुस्तैनी निवासी है। उनकी कक्षा एक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा रीवा केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 1 से हुई। अंतर स्कूल क्रिकेट प्रतियोगिता जूनियर से शुरुआत महज 6 वर्ष से हुई थी।
8 वर्ष की उम्र में उनका चयन डीसीए सीधी से अंडर-14 क्रिकेट टीम के लिए रीवा डिविजन के लिए हुआ और वह 9 वर्ष की उम्र से ही एमपीसी, मध्य प्रदेश की अन्डर-14 टीम में खेलने लगे। महज 16 वर्ष की उम्र से ही अन्डर-19 क्रिकेट टीम मध्य प्रदेश से खेलने लगे।
वह मध्य प्रदेश अन्डर-19 के कप्तान भी रह चुके है। विगत 14 वर्षों से कड़ी मेहनत और लगन से आज उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है। देश के ख्याति प्राप्त बालर अनिल कुंबले, बैट्समैन बीबीएस लक्ष्मण भी सौम्य पाण्डेय को बालिंग और बैटिंग में प्रशिक्षित कर चुके हैं।