मध्य प्रदेश में जहां भी भगवान राम के चरण पड़े उन्हें बनाया जाएगा तीर्थ स्थल
HIGHLIGHTS
- 22 जनवरी को प्रदेश के सभी मंदिरों में की जाएगी सजावट!
- अयोध्या जाने वाले राम भक्तों पर पुष्पवर्षा का काम भी सरकार करेगी।
- सरयू तट की तर्ज पर नर्मदा के गौरीघाट और तिलवारा तट का विकास होगा।
जबलपुर। वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी जहां से गुजरे मध्य प्रदेश में उन स्थानों को तीर्थ क्षेत्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही 22 जनवरी को प्रदेश के सभी मंदिरों को सजाया जाएगा, सरकार अयोध्या जाने वाले तीर्थ यात्रियों पर पुष्पवर्षा भी कराएगी। यह बात सीएम डा. मोहन यादव ने जबलपुर के गैरिसन मैदान में आयोजित जनसभा में कही। सरकार गठन के बाद वे पहली बार जबलपुर पहुंचे थे।
22 जनवरी को प्रदेश की जनता तीसरी बार दीपावली मनाएगी। पहली बार परंपरागत दीवाली 12 नवंबर को मनी, फिर भाजपा की प्रचंड जीत पर तीन दिसंबर को और अब अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन प्रदेश के सभी मंदिरों को फूलों और रोशनी से सजाया जाएगा।
अयोध्या जाने वाले राम भक्तों पर पुष्पवर्षा का काम भी सरकार करेगी। डा.मोहन यादव ने मंच से ही 100.66 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन और 308.87 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण किया।
अयोध्या के सरयू तट की तर्ज पर नर्मदा के गौरीघाट और तिलवारा तट का विकास कराने के साथ ही जबलपुर में आइटीआइ से दीनदयाल तक ओवरब्रिज निर्माण की घोषणा भी की।