Durg News: एक ही परिवार के चार सदस्यों ने खाया जहर, पिता पुत्री की मौत, मां और मंझली बेटी का इलाज जारी
पत्नी जाह्नवी वर्मा और मंझली बेटी रिया उर्फ मुस्कान आइसीयू में भर्ती हैं। जामुल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक हेमलाल वर्मा नगर पालिक निगम भिलाई में ठेका कर्मी था। वो जल कार्य विभाग में टैंकर चलाने और पंप आपरेटर का काम करता था। समय बचने पर वो पावर हाउस के किसी गैरेज में गाड़ी बनाने का काम सीखने के लिए भी जाता था।
HIGHLIGHTS
- परिवार वालों से की गई पूछताछ में अभी तक घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका
- अस्पताल पहुंचते ही हेमलाल वर्मा को मृत घोषित कर दिया
- सकी बड़ी बेटी प्रिया की मंगलवार की दोपहर में मौत हुई
भिलाई लक्ष्मी पारा जामुल निवासी एक परिवार के चार सदस्यों ने एक साथ जहर खा लिया। रात में हालत बिगड़ने पर परिवार के सदस्यों ने मदद के लिए चीख पुकार मचाई तो पड़ोसियों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। जहर खाने से पिता और बड़ी पुत्री की मौत हो गई है। वहीं मां और मंझली बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है। परिवार वालों से की गई पूछताछ में अभी तक घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
जानकारी के अनुसार लक्ष्मी पारा जामुल निवासी हेमलाल वर्मा (39) ने अपनी पत्नी ओर दो बेटियों के साथ मिलकर जहर सेवन कर लिया। कमरे में वो, उसकी पत्नी जाह्नवी वर्मा (38), बड़ी बेटी प्रिया वर्मा (14), मंझली बेटी रिया उर्फ मुस्कान वर्मा (11) और छोटी बेटी प्रीति वर्मा (8) थे।
पड़ोसियों ने रात 11 बजे पहुंचाया अस्पताल
हेमलाल वर्मा व उसकी पत्नी और बेटियों को सर्दी खांसी थी। रात में वो जहर लेकर आया और उसे सर्दी खांसी की दवाई बताकर अपनी पत्नी और दोनों बेटियों को दे दी। छोटी बेटी सो गई थी, इसलिए उसे दवाई नहीं दी। चारों ने जहर खा लिया। कुछ देर बाद रात करीब 11 बजे उनकी हालत बिगड़ी तो हेमलाल की पत्नी और बेटियों ने चीख पुकार मचाना शुरू किया। उसके परिवार के सदस्यों व पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
अस्पताल पहुंचते ही हेमलाल वर्मा को मृत घोषित कर दिया। वहीं उसकी बड़ी बेटी प्रिया की मंगलवार की दोपहर में मौत हुई। उसकी पत्नी जाह्नवी वर्मा और मंझली बेटी रिया उर्फ मुस्कान आइसीयू में भर्ती हैं। जामुल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक हेमलाल वर्मा नगर पालिक निगम भिलाई में ठेका कर्मी था। वो जल कार्य विभाग में टैंकर चलाने और पंप आपरेटर का काम करता था। समय बचने पर वो पावर हाउस के किसी गैरेज में गाड़ी बनाने का काम सीखने के लिए भी जाता था।