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9 Mukhi Rudraksha: नौ मुखी रुद्राक्ष के अनेक फायदे, दूर होता है अकाल मृत्यु का भय

9 Mukhi Rudraksha: नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से जातक को मृत्यु का भय नहीं रहता। वहीं, शत्रुता भी समाप्त हो जाती है।

धर्म डेस्क, इंदौर। 9 Mukhi Rudraksha: पौराणिक कथाओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति महादेव के आंसुओं से हुई है। माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक परेशानी दूर हो जाती है। इसे पहनने और भगवान शिव की आराधना करने से जीवन में सुख की प्राप्ति होती है। हर मुख वाले रुद्राक्ष का महत्व अलग-अलग होता है। नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से जातक को मृत्यु का भय नहीं रहता। वहीं, शत्रुता भी समाप्त हो जाती है।

नौ मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

नौ मुखी रुद्राक्ष ग्रहों के व्यवधान से होने वाली बीमारियों से बचाता है। यह असंभव काम को संभव बनाने की ताकत रखता है। इसे पहनने से मन शांत और एकाग्र रहता है। नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति में ईर्जा और शक्ति संचारित होने लगती है। सोमवार के दिन इसे धारण करना चाहिए।

एक मुखी रुद्राक्ष

एक मुखी रुद्राक्ष साक्षात् भगवान शिव का रूप कहा जाता है। इसे पहनने से व्यक्ति के जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती है। एकमुखी रुद्राक्ष बेहद दुर्लभ है।

दो मुखी रुद्राक्ष

 

दो मुखी रुद्राक्ष को शिव-शक्ति का स्वरूप माना जाता है। इसे धारण करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और पाप दूर हो जाते हैं।

तीन मुखी रुद्राक्ष

मान्यता है कि इस रुद्राक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्ति है। इसे पहनने से जीवन में सुख, यश और कीर्ति आती है।

चार मुखी रुद्राक्ष

चार मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मा का स्वरूप माना जाता है। इसे धारण करने से त्वचा रोग, मानसिक क्षमता और एकाग्रता में लाभ होता है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

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