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Uttarkashi Tunnel Accident: सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों से वॉकी-टॉकी से हुई बात, देखिए रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो

एजेंसी, उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दिवाली के दिन भीषण हादसा हो गया। यहां एक निर्माणाधीन टनल का हिस्सा ढहने से 40 मजदूर फंस गए हैं। राहत तथा बचाव कार्य जारी है।

 
 

ताजा खबर यह है कि करीब 27 घंटे बाद फंसे श्रमिकों से वॉकी टॉकी के जरिये संपर्क जुड़ा है। श्रमिकों ने बताया कि वह सुरक्षित हैं तथा भोजन की मांग की है।

 

 

#WATCH | Uttarakhand | Relief and rescue work underway on war footing in Silkyara Tunnel located on Uttarkashi-Yamnotri road. pic.twitter.com/sn9EYLiV4M

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 13, 2023

 
 

 

हादसा रविवार सुबह करीब 5.30 बजे हुआ। सिलक्यारा-डंडालवाल टनल के आगे का हिस्सा टूट गया। अच्छी बात यह है कि जहां मजदूर फंसे हैं, वहां कुछ स्थान खाली है, जिससे दम घुटने की आशंका नहीं है।

 

सूचना मिलने पर पुलिस तथा प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ की टीमें राहत तथा बचाव कार्य में जुटी है। देश में प्रार्थना की जा रही है कि सभी मजदूर सुरक्षित निकाल लिए जाएंं।

अच्छी बात यह है कि अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है।

 

 

दैनिक जागरण के अनुसार, हादसा रविवार सुबह शिफ्ट चेंजिंग की दौरान हुआ। रात्रि शिफ्ट वाले श्रमिक टनल से बाहर आ रहे थे और अगली शिफ्ट वाले भीतर जा रहे थे। टनल के मुख्य द्वार से करीब 300 मीटर दूरी पर ऊपरी हिस्से से मलबा आने से टनल बंद हो गई। यहां से करीब 2700 मीटर भीतर 40 से 50 मजदूर काम कर रहे थे। कार्यस्थल तक ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए डाली गई लाइन भी मलबे से ध्वस्त हो गई है। हालांकि परियोजना के अधिकारी भीतर पर्याप्त मात्रा में पानी और ऑक्सीजन उपलब्ध होने का दावा कर रहे हैं। फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का एकमात्र विकल्प टनल से मलबा हटाना ही है। बताया जा रहा है कि जितना मलबा हटाया जा रहा है, उससे अधिक मलबा टनल के ऊपरी तरफ से आ जा रहा है। जिस जगह टनल में ऊपरी तरफ से मलबा आ रहा है, वहां कठोर चट्टान (हार्ड रॉक) नहीं है।

 

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