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Gwalior Consumer Forum News: मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट तो एप्पल पर लगाया 49.99 हजार का जुर्माना

Gwalior Consumer Forum News: एप्पल कंपनी की घड़ी में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट के चलते उपभोक्ता को हुई पेरशानी के कारण उपभोक्ता फोरम ने एप्पल कंपनी पर 49990 रुपए का जुर्माना लगाया है

HIGHLIGHTS

  1. एप्पल कंपनी की घड़ी में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट पर उपभोक्ता को हुई परेशानी
  2. परिवादी को तीन हजार रुपए मानसिक क्षतिपूर्ति और दो हजार रुपए वाद व्यय देना होगा
 

Gwalior consumer forum News: ग्वालियर (नप्र)। एप्पल कंपनी की घड़ी में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट के चलते उपभोक्ता को हुई पेरशानी के कारण उपभोक्ता फोरम ने एप्पल कंपनी पर 49990 रुपए का जुर्माना लगाया है, साथ ही कंपनी को यह जुर्माना परिवाद प्रस्तुत किए जाने की तारीख यानी लगभग दो वर्ष के समय से 6 प्रतिशत ब्याज के साथ देना होगा, इसके अलावा कंपनी को परिवादी को तीन हजार रुपए मानसिक क्षतिपूर्ति और दो हजार रुपए वाद व्यय देना होगा। दरअसल, शिंदे की छावनी पर रहने वाले दीपक जैन ने आनलाइन एक एप्पल वाच मंगवाई थी।

 

इस वाच के लिए उसने लगभग 50 हजार रुपए भी खर्च किए लेकिन महज 14 दिन के भीतर ही घड़ी में तकनीकी समस्या उत्पन्न होने लगी, जिसके बाद दीपक ने कंपनी को इसके बारे में शिकायत की। कंपनी ने सर्विस सेंटर पर वाच को चेक करवाने की बात कही, जब दीपक सर्विस सेंटर पर वाच को चेक करवाने गया तो पता चला कि घडी मे आक्सीमीटर सही से काम नहीं कर रहा है और न ही ठीक तरह से घड़ी कनेक्ट हो रही है। ऐसे में घड़ी के आक्सीमीटर को तो ठीक कर दिया गया लेकिन उसकी कनेक्टिविटी की समस्या यथावत रही। सर्विस सेंटर से इस वाच को बैंगलोर रिपेयरिंग सेंटर में भेजे जाने की बात कही जिसके लिए परिवादी ने मना कर दिया और वाच को वापस कंपनी को भेज दिया। इसके बाद दीपक को न तो घड़ी की रकम वापस मिली और न ही दूसरी घड़ी। कंपनी का तर्क था कि उस घड़ी को सही अवस्था में वापस नहीं किया गया है, जिसके चलते परेशान होकर दीपक ने मामले की शिकायत उपभोक्ता फोरम में शिकायत की। मामले की सुनवाई के बाद फोरम ने अपना फैसला सुनाते हुए कंपनी पर जुर्माना लगाया।

ड्राप शिपिंग में भी होते हैं ऐसे मामले

 

हाल ही में ग्वालियर के ही एक युवक ने लोकप्रिय ड्राप शिपिंग एप से स्पीकर आर्डर किए थे, लगभग 1 लाख रुपए के स्पीकर जब घर आए तो उनमें कनेक्टिविटी इशू रहा। सही से काम न करने पर युवक ने स्पीकर को लेकर शिकायत दर्ज करवाई। कंपनी ने कहा कि वह स्पीकर रिपेयर करवा रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब स्पीकर वापस किए जाने की बात आई तो भी कंपनी आनाकानी करने लगी। परिवादी ने परेशान होकर फोरम में इसकी शिकायत की, जिसके बाद फोरम ने युवक के स्पीकरों का भुगतान करने के आदेश कंपनी को जारी किए।

 

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