Israel Hamas War: गाजा में इजरायली सेना घुसी तो चुकानी होगी कीमत, हिजबुल्ला की खुली धमकी
HIGHLIGHTS
- इजरायली सेना जहां जमीनी हमला करने के लिए गाजा पट्टी में घुसने की तैयारी कर रही है।
- इजरायल ने यदि गाजा में हमास के खिलाफ जमीनी लड़ाई छेड़ी तो उसे बड़ी कीमत चुकानी होगी।
- लेबनान के अतिवादी संगठन हिजबुल्ला के उप प्रमुख शेख नईम कासेम ने खुली धमकी दी है।
एपी, बेरुत। इजरायली सेना जहां जमीनी हमला करने के लिए गाजा पट्टी में घुसने की तैयारी कर रही है, वहीं दूसरी ओर ईरान समर्थित लेबनान के अतिवादी संगठन हिजबुल्ला के उप प्रमुख शेख नईम कासेम ने खुली धमकी दी है कि इजरायल ने यदि गाजा में हमास के खिलाफ जमीनी लड़ाई छेड़ी तो उसे बड़ी कीमत चुकानी होगी। शेख नईम कासेम ने कहा कि बीते 15 दिनों से इजरायली सेना से लड़कर हम इजरायली सेना को कमजोर कर रहे हैं। भविष्य में हमें इसका पूरा लाभ मिलेगा। हिजबुल्ला ने इजरायल से युद्ध के लिए तैयार होने का ऐलान किया है।
हिजबुल्ला का दावा, इजरायल को पहुंचाया भारी नुकसान
हिजबुल्ला की ओर से दावा किया गया है कि शनिवार को इजराइल के साथ सीमा पर हमारे 4 लड़ाके मारे गए थे। इसके बाद सीमांत क्षेत्र में बढ़ती हिंसा के बाद से अभी तक उनके 17 लोगों की मौत हो चुकी है। हिजबुल्ला ने यह भी दावा किया है कि उसके लड़ाकों ने इजरायली सेना को भी भारी जानमाल का नुकसान पहुंचाया है।
फिलिस्तीनियों ने राहत कैंप में ली शरण
इजरायल और हमास के बीच युद्ध छिड़ने के बाद गाजा पट्टी में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। यहां हजारों फिलिस्तीनियों ने राहत कैंप में शरण ली है। बीते सप्ताह इजरायल की सेना ने फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा खाली करने को कहा था। इसके बाद से उत्तरी गाजा में रहने वाले हजारों फिलिस्तीनी बेघर होकर दर दर भटकने को मजबूर हैं।
साल 1948 जैसे हालात
फिलिस्तीनियों का ये सामूहिक पलायन साल 1948 के युद्ध के पहले और बाद के दौर में उपजी विभीषिका की याद ताजा कर रहे हैं, जब सामूहिक रूप से करीब 7 लाख फिलिस्तीनियों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा था। अब करीब 75 साल बाद वेस्ट बैंक, गाजा और पड़ोसी अरब देशों में वे अस्थायी तंबू ही शरणार्थियों के स्थायी घर बन गए हैं।