Cancer: महिलाएं हो जाएं सतर्क, बढ़ रहे हैं स्तन कैंसर के मामले
Cancer: कैंसर का जल्द पता लगे तो पूर्ण उपचार है संभव। कैंसर में गठान का पता लगने पर मेमोग्राफी, सोनो मेमोग्राफी, एमआरआइ करवाई जाती है।
Cancer:, इंदौर। हमारे देश में महिलाओं में होने वाले कैंसर में सर्वाइकल कैंसर के बाद सबसे ज्यादा मामले स्तन कैंसर के आते हैं। पहले यह माना जाता था कि महिलाओं में 50 की उम्र के बाद स्तन कैंसर होता है लेकिन अब कम उम्र में भी स्तन कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। यह कैंसर उन महिलाओं को ज्यादा होता है जिनके बच्चे नहीं होते या कम होते हैं। जो महिलाएं अपने नवजात शिशुओं को स्तनपान नहीं करा पाती हैं, उन्हें स्तन कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. पूनम माथुर ने बताया कि वर्तमान में कई युवतियों का विवाह काफी देर से होता है और इस कारण गर्भधारण भी देर से होता है। इस वजह से भी उनमें स्तन कैंसर के मामले बढ़े हैं। इस कैंसर में महिलाओं के स्तन में गठान होती है, जो दर्द नहीं करती है। इस वजह से महिलाएं इसे नजरअंदाज करती हैं। जब यह गठान काफी बड़ी हो जाती है तब तक कैंसर काफी बढ़ चुका होता है।
महिलाओं को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए कि यदि उन्हें स्तन में किसी तरह की गठान हो तो तत्काल चिकित्सक की सलाह लें। यदि स्तन से दूध या किसी तरल पदार्थ का स्राव हो तो यह चिंता का विषय हो सकता है। यदि स्तन कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में ही पता चल जाए तो इसका शत-प्रतिशत उपचार संभव है।
इस कैंसर में गठान का पता लगने पर मेमोग्राफी, सोनो मेमोग्राफी, एमआरआइ करवाई जाती है। इसके अलावा गठान में से सुई द्वारा टिशू की जांचकर कैंसर के स्तर और उसके प्रकार का पता लगाया जाता है।