Raipur:, दो सगी बहनों से सामूहिक दुष्कर्म का मामला, फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश होगा चार्जशीट, जुटाए जा रहे ठोस सुबूत
मंदिर हसौद इलाके में दो सगी बहनों के साथ हुए गैंगरेप की घटना को लेकर विभिन्न संगठनों, ग्रामीण अंचल के युवाओं, युवतियों और महिलाओं में भारी आक्रोश है। इस वारदात ने छत्तीसगढ़ को झंकझोर कर रख दिया है।जगह-जगह विरोध में रैली निकाले जा रहे हैं।
रायपुर। Raipur News छ्त्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रक्षाबंधन के दिन दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं अब जेल भेजे गए दुष्कर्मियों के खिलाफ मंदिर हसौद पुलिस ने जिस तत्परता के साथ कार्रवाई की, उसी तत्परता से कोर्ट में चार्जशीट पेश करने की तैयारी में है।
मंदिर हसौद पुलिस थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने नईदुनिया को बताया कि एक महीने के भीतर चार्जशीट तैयार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश करने की पूरी कोशिश है। ताकि कोर्ट में जल्द से जल्द मामले की सुनवाई शुरू हो सके। दुष्कर्म पीड़िताओं के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया जा चुका है। मेडिकल रिपोर्ट भी तैयार है। उनके स्वजनों के भी बयान दर्ज करने के साथ जांच की प्रक्रिया जारी है। आरोपितों के खिलाफ ठोस सुबूत, गवाहों के बयान दर्ज करने का काम चल रहा है। कोर्ट से सभी को सजा दिलाकर पीड़िता और उनके परिवार को न्याय दिलाया जायेगा। आरोपितों में आदतन बदमाश पूनम ठाकुर, घनश्याम निषाद, लव तिवारी, नयन साहू, केवल वर्मा उर्फ सोनू, देवचरण धीवर, लक्ष्मी ध्रुव, प्रहलाद साहू, कृष्णा साहू और युगल किशोर जेल की सलाखों के पीछे है।
दुष्कर्मियों को फांसी दो की मांग करते महिलाओं ने निकाली आक्रोश रैली
मंदिर हसौद इलाके में दो सगी बहनों के साथ हुए गैंगरेप की घटना को लेकर विभिन्न संगठनों, ग्रामीण अंचल के युवाओं, युवतियों और महिलाओं में भारी आक्रोश है। इस वारदात ने छत्तीसगढ़ को झंकझोर कर रख दिया है।जगह-जगह विरोध में रैली निकाले जा रहे हैं। वहीं घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपित भाजपा नेता के बेटे समेत सभी आरोपितों को फांसी की सजा देने की मांग तेज होने लगी है।
रविवार शाम को छत्तीसगढ़ी महिला समाज ने महिला सुरक्षा को लेकर सुभाष स्टेडियम से कलेक्टोरेट चौक छत्तीसगढ़ महतारी प्रतिमा तक रैली निकाली। रैली में शामिल महिलाओं के हाथों में दुष्कर्मियों को बीच सड़क पर फांसी की सजा देने की मांग की तख्तियां थी। नारेबाजी करते हुए महिलाएं सड़क से निकली तो राह चलते लोगों ने भी उनकी मांग का खुलकर समर्थन किया। रैली में बड़ी संख्या पुरूषों के साथ में महिलाएं और छात्राएं शामिल थी। सभी ने एक स्वर में दुष्कर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के साथ फांसी की सजा देने की मांग की।
छत्तीसगढ़ी महिला समाज की अध्यक्ष मालती परगनिया ने कहा कि रक्षाबंधन के पवित्र पर्व के दिन जब भाई-बहन एक दूसरे को राखी बांध रहे थे, उस वक्त दो बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला बेहद ही निंदनीय है। यह पूरे समाज को शर्मसार करने वाली घटना है। हम न्यायपालिका और सरकार से मांग करते हैं कि दुष्कर्मियों को बीच चौराहे पर ही फांसी पर लटकाया जाए ताकि छत्तीसगढ़ में फिर कभी दुष्कर्म की घटना ना हो।
छत्तीसगढ़ी महिला समाज की आंदोलन सचिव गंगा श्रीवासन ने कहा कि कि आए दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। अखबारों में महिलाओं पर अत्याचार की घटना लगातार प्रकाशित होती है। हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि आपराधिक प्रवृत्तियों के मन में भय हो और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
बच्चियों ने कहा- अंधेरे में घर लौटते समय लगता है डर
घटना स्थल से कुछ दूरी पर लगे उमरिया गांव से रैली में शामिल होने आई आई बच्चियों ने बताया कि वे रोजाना पढ़ाई करने के लिए शहर आती है लेकिन घर लौटते वक्त वहां अंधेरा रहता है। ऐसे में हमेशा मन में डर बैठा रहता है। आए दिन वहां शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे हालात में आने-जाने में काफी दिक्कते होती है।सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस कर बिना डरे आना जाना कर सकें।
बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में अभाविप ने फूंका सरकार का पुतला
प्रदेश में लगातार हो रही दुष्कर्म की घटना के विरोध में रविवार को मरीन ड्राइव तेलीबांधा तालाब के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रायपुर महानगर ने प्रदेश सरकार का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की।अभाविप की महानगर सह मंत्री हारिका ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। हर दूसरे दिन प्रदेश की बहन, बेटियों के साथ इस तरह की घटना हो रही है, जो कानून व्यवस्था के बदहाल स्थिति को परिलक्षित करता है। प्रदेश में कोई भी बेटी सुरक्षित नहीं है, ऐसे समय में आवश्यकता है कि सरकार कानून व्यवस्था सुदृढ़ करे और अपराधियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करे।
छात्रा निशा नामदेव ने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में हमने प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया है, ताकि सोई हुई सरकार नींद से जागकर कानून व्यवस्था की बेहतरी के लिए काम करे। छात्रों ने कहा कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। रोड में शराब पीना और छात्राओं से छेड़ छाड़ की वारदात आम हो चुकी हैं। ऐसी घटना से छात्र समुदाय दुष्कर्मियों खिलाफ कठोर कार्यवाई करने की आस लगाए बैठा है।