रेलवे बोर्ड की पहली महिला सीईओ बनीं जया वर्मा सिन्हा, मैत्री एक्सप्रेस के दौरान निभाया था अहम रोल
Jaya Verma Sinha: एक सितंबर को कार्यभार संभाल सकती है जया वर्मा सिन्हा, इलाहबाद यूनिवर्सिटी से की है पढ़ाई।
HIGHLIGHTS
- बालासोर दुर्घटना के बाद मीडिया को दी थी जानकारी।
- एक सितंबर को अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी।
- रेलवे में अलग-अलग पदों पर कर चुकी हैं काम।
Jaya Verma Sinha: नई दिल्ली। भारतीय रेल मंत्रालय ने जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष और सीईओ बनाया है। जया इस पद को संभालने वाली पहली महिला होंगी। वे एक सितंबर 2023 को कार्यभाल संभाल सकती है, इसके बाद उनका कार्यकाल अगले वर्ष 31 अगस्त तक का रहेगा। जया वर्मा सिन्हा ने बांग्लादेश में भारतीय उच्चयोग में भी काम किया है। भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस ट्रैन की शुरुआत करने में उन्होंने अहम रोल निभाया था। वे पूर्वी रेलवे, सियालदह डिवीजन में मंडल रेल प्रबंधक भी रहीं हैं।
बालासोर दुर्घटना के बाद मीडिया को दी थी जानकारी
ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद दौरान जया वर्मा सिन्हा ने ही मीडिया को सिग्नलिंग प्रणाली की जानकारी दी थी। इसी के बाद वे चर्चा में आई थीं। जया इसी वर्ष एक अक्टूबर को रिटायर होने वाली हैं, लेकिन इसी दिन उनकी वापस पद पर नियुक्ति की जाएगी। वे एक सितंबर को अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी।
इलाहाबाद से पढ़ी हैं जया
जया वर्मा ने अपनी पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से की है। वें 1988 में भारतीय रेलवे में शामिल हुईं, इस दौरान उन्होंने दक्षिण-पूर्व रेलवे, पूर्वी रेलवे और उत्तर रेलवे में अलग-अलग पदों पर काम किया।