Bilaspur Railway News: मदुरै जैसे हादसे का खतरा यहां भी, पेंट्रीकार से गैस सिलिंडर जब्त
अभी ट्रेनों की पेंट्रीकार में गैस सिलिंडर का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसी स्थिति में कभी - कभी खतरा हो सकता है। हालांकि खाना पकाने के लिए गैस सिलिंडर का उपयोग नहीं हो रहा था। लेकिन, पेंट्रीकार में खाना पकाना प्रतिबंधित है।
HIGHLIGHTS
- घटना के बाद बिलासपुर रेलवे स्टेशन में ताबड़तोड़ जांच, मिलीं खामियां।
- डिप्टी सीसीएम किशोर निखारे ने ट्रेनों की पेंट्रीकार व कोच की जांच की।
- ट्रेनों की पेंट्रीकार में गैस सिलिंडर।
बिलासपुर। तमिलनाडु के मदुरै की तरह बिलासपुर रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में आग लगने का खतरा है। एक ट्रेन की पेंट्रीकार से एक गैस सिलिंडर जब्त किया गया। इस मामले में पेंट्रीकार के मैनेजर को सिलिंडर के साथ स्टेशन में उतार लिया गया। वहीं एक अन्य ट्रेन में प्रतिबंध के बाद भी खाना पक रहा था।
इस मामले में आइआरसीटीसी को ठोस कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास एक ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई। शनिवार तड़के हुए हादसे में उत्तरप्रदेश के नौ तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग झुलस गए। प्राइवेट कोच में उत्तरप्रदेश के 63 तीर्थयात्री सफर कर रहे थे। हादसे के वक्त कोच यार्ड में खड़ा था।
यात्रियों ने काफी बनाने के लिए स्टोव जलाया, तो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। इस हादसे के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं हादसे के मद्देनजर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में एक आदेश जारी कर अधिकारियों व कर्मचारियों को पेंट्रीकार से लेकर जनरल व स्लीपर कोच की जांच करने का निर्देश दिया गया, ताकि यहां खंगाला जा सके कि ट्रेन किसी तरह ज्वलनशील सामानों को लेकर यात्रा तो नहीं की जा रही है।
सुबह से स्टेशन में जोन व रेल मंडल के अधिकारियों की मौजूदगी रही। दोपहर में डिप्टी सीसीएम किशोर निखारे ने दो ट्रेनों की पेंट्रीकार व कोच की जांच की। इस दौरान हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में उन्हें बड़ी खामियां मिलीं। यहां खाना पक रहा था। हालांकि खाना पकाने के लिए गैस सिलिंडर का उपयोग नहीं हो रहा था। लेकिन, पेंट्रीकार में खाना पकाना प्रतिबंधित है।
इसलिए वे पेंट्रीकार के कर्मचारियों पर नाराज हुए, उन्हें फटकार भी लगाई। इतना ही नहीं जांच के दौरान उनके साथ मौजूद आइआरसीटीसी के एरिया मैनेजर सुभाष चंद्रा को निर्देश दिया कि पेंट्रीकार संचालक के खिलाफ कार्रवाई करें। इस दौरान उन्होंने अग्निश्मन यंत्र की एक्सापायरी से लेकर उपलब्धता भी देखी। मेल भी इसी तरह की अव्यवस्था मिलीं। वहीं शाम को एक दूसरी टीम ने कविगुरू एक्सप्रेस की औचक जांच की। इसमें उन्हें एक गैस सिलिंडर नजर आया।
जिसे देखते ही टीम सकते में आ गई। इसी ट्रेन के समय में प्लेटफार्म से एक और सिलिंडर जब्त किया। इससे पुष्टि हो रही है कि अभी ट्रेनों की पेंट्रीकार में गैस सिलिंडर का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसी स्थिति में कभी – कभी खतरा हो सकता है।
जारी रहेगी औचक जांच
शनिवार को जिस तरह हादसे के बाद औचक जांच की शुरूआत रेलवे ने की है, वह फिलहाल बंद नहीं होने वाला है। अफसर इसी तरह जांच करते रहेंगे, ताकि खौफ रहे और पेंट्रीकार के कर्मचारी लापरवाही न कर सके। कार्रवाई के साथ-साथ उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भी दी जा रही है।